RCB (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु) टीम को बेचने की खबरों को बनाने वाली कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स (USL) ने गलत बताया है। कंपनी ने कहा है कि ऐसी खबरें सिर्फ अफवाह हैं और RCB को बेचने की कोई बात नहीं चल रही है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि यूनाइटेड स्पिरिट्स करीब 2 अरब डॉलर (लगभग 17 हजार करोड़ रुपए) में RCB को बेचने पर विचार कर रही है।
पहले RCB की मालिकाना हक विजय माल्या की कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स के पास था। लेकिन जब माल्या को आर्थिक मुश्किलें आईं, तो ब्रिटिश शराब कंपनी डियाजियो ने USL को खरीद लिया और RCB का मालिक बन गई।
रिपोर्ट में कहा गया था कि डियाजियो अब सिर्फ शराब के बिजनेस पर ध्यान देना चाहता है और RCB को बेचना उसके लिए एक अच्छा मौका है।
RCB ने 2025 में अपनी पहली IPL ट्रॉफी जीती है, जिससे उसकी ब्रांड वैल्यू काफी बढ़ गई है।
इसके अलावा, सरकार भी खेलों में शराब और तंबाकू के विज्ञापनों पर रोक लगाने की मांग कर रही है, जिससे डियाजियो IPL से दूरी बनाना चाहता है।
अगर यह डील होती, तो यह IPL के इतिहास की सबसे महंगी टीम बिक्री होती। अभी तक सबसे महंगे सौदे 2021 में हुए थे, जब लखनऊ सुपर जायंट्स को 7,090 करोड़ और गुजरात टाइटन्स को 5,625 करोड़ में खरीदा गया था।
2008 में विजय माल्या ने RCB को करीब 476 करोड़ रुपए में खरीदा था। तब यह IPL की दूसरी सबसे महंगी टीम थी।
फिलहाल RCB का संचालन यूनाइटेड स्पिरिट्स की एक सब्सिडियरी कंपनी रॉयल चैलेंजर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (RCSPL) करती है।