गोवा के अरपोरा में स्थित बिर्च बाय रोमियो नाइटक्लब में लगी आग ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है. इस दर्दनाक हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 6 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. घायलों का इलाज जारी है और उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है. आग लगने के बाद पूरे इलाके में शोक और गुस्से का माहौल है.
घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे घटनास्थल का नजदीक से जायजा ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि सभी घायलों को उच्चतम चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. इसके अलावा, उन्होंने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी कर दिए हैं, ताकि आग लगने के कारण और जिम्मेदारों की पहचान की जा सके. सीएम ने यह भी कहा कि राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
गोवा कांग्रेस प्रभारी माणिकराव ठाकरे ने इस हादसे को अत्यंत दुखद बताया. उन्होंने कहा कि इस आग में कई मासूमों की जान चली गई और उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं. ठाकरे ने सोशल मीडिया पर लिखा कि कांग्रेस इस त्रासदी से प्रभावित सभी लोगों के साथ खड़ी है और सरकार से घटना की न्यायपूर्ण जांच की मांग की.
गोवा पुलिस के अनुसार, मृतकों में 4 पर्यटक और 14 क्लब कर्मचारी शामिल हैं. 7 अन्य लोगों की पहचान अभी बाकी है. आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है. पुलिस और फायर विभाग मामले की जांच कर रहे हैं और शुरुआती रिपोर्ट तैयार की जा रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर सीएम प्रमोद सावंत से बातचीत कर पूरी जानकारी ली और घायलों की स्थिति जानी. इसके बाद पीएम ने राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये मुआवजा देने की घोषणा की.
इस घटना के बाद नाइटलाइफ और पर्यटन स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था और फायर सिस्टम की विश्वसनीयता पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं. जांच रिपोर्ट आने तक क्लब को सील कर दिया गया है, और पूरे राज्य में नाइटक्लबों और सार्वजनिक मनोरंजन स्थलों में सुरक्षा मानकों की समीक्षा की जाएगी.
गोवा के अरपोरा नाइटक्लब आग हादसे ने एक बार फिर यह याद दिला दिया कि सुरक्षा नियमों का पालन और इमरजेंसी व्यवस्थाओं का सख्ती से निरीक्षण कितना जरूरी है.
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