अक्सर लोग जोड़ों में होने वाले हल्के दर्द या सूजन को सामान्य समझकर अनदेखा कर देते हैं. लेकिन यह लक्षण शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड का शुरुआती संकेत हो सकते हैं. समय रहते इसे पहचानना और इलाज शुरू करना बेहद जरूरी है, वरना यह गठिया (गाउट) जैसी गंभीर समस्या का कारण बन सकता है. जब यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है तो यह जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमने लगता है. इससे सूजन, लालिमा और तेज दर्द की समस्या होती है.
1. पैर के अंगूठे में तेज दर्द – यह सबसे सामान्य और प्रमुख लक्षण है. दर्द अचानक शुरू होता है और रात के समय अधिक महसूस होता है.
2. घुटनों और टखनों में सूजन – सूजन के साथ गर्माहट और दबाव पड़ने पर दर्द बढ़ सकता है.
3. हाथ की उंगलियों में अकड़न – खासकर सुबह के समय हाथ मोड़ने या किसी काम के दौरान कठिनाई महसूस होती है.
4. एड़ी में दर्द – चलने या लंबे समय तक खड़े रहने में परेशानी होती है.
1. अधिक मात्रा में रेड मीट और सीफूड का सेवन
2. शक्कर और मीठे पेय पदार्थों की अधिक आदत
3. शराब, खासकर बीयर का ज्यादा सेवन
4. मोटापा और कम शारीरिक गतिविधि
5. किडनी की समस्या, जिससे यूरिक एसिड शरीर से बाहर नहीं निकल पाता
अगर आपको बार-बार पैरों, घुटनों, हाथों या एड़ी में दर्द, सूजन और लालिमा महसूस हो रही है, तो इसे हल्के में न लें. तुरंत ब्लड टेस्ट करवाएं. लंबे समय तक इलाज न करने पर यह समस्या क्रॉनिक गाउट, किडनी स्टोन और यहां तक कि किडनी डैमेज का कारण बन सकती है.
1. रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं, ताकि यूरिक एसिड शरीर से बाहर निकल सके.
2. मीट, शराब और शक्करयुक्त पेय पदार्थ का सेवन कम करें.
3. डाइट में ताजे फल और हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें.
4. नियमित एक्सरसाइज करें और वजन नियंत्रित रखें.
5. लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करें.
शरीर के किसी भी हिस्से में लगातार दर्द, खासकर जोड़ों में, को नजरअंदाज न करें. समय पर हाई यूरिक एसिड की जांच और इलाज करवाने से न केवल दर्द से राहत मिल सकती है, बल्कि भविष्य में होने वाली गंभीर समस्याओं से भी बचा जा सकता है. स्वस्थ आहार, पर्याप्त पानी और सक्रिय जीवनशैली अपनाकर आप अपने जोड़ों और किडनी को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं.
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