दिल्ली-एनसीआर और खासकर मिलेनियम सिटी गुरुग्राम में बुधवार रात हुई भारी बारिश ने न सिर्फ सरकारी दावों की सच्चाई सामने ला दी, बल्कि करोड़ों की कीमत वाले लग्जरी फ्लैट्स और सोसाइटियों की असल तस्वीर भी उजागर कर दी.
बारिश के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने गुरुग्राम के चमचमाते रियल एस्टेट और अव्यवस्थित इंफ्रास्ट्रक्चर के बीच की खाई को उजागर कर दिया. इस वीडियो में 70-75 हजार रुपये महीना किराए वाले एक अपार्टमेंट परिसर में पानी भरा हुआ दिखाया गया. वीडियो पोस्ट करने वाली महिला ने दावा किया कि यह डीएलएफ फेज-5 का इलाका है, जिसे गुरुग्राम का सबसे पॉश रिहायशी क्षेत्र माना जाता है.
महिला ने लिखा, “हम DLF एक्सक्लूसिव फ्लोर्स में रहते हैं, जो कैमेलियास और मैगनोलियास के ठीक सामने हैं. लेकिन यहां 5 घंटे तक बिजली नहीं थी क्योंकि ट्रांसफॉर्मर रूम में पानी भर गया था. घरों में पानी घुस आया, फर्नीचर खराब हो गया और हम असहाय हो गए.”
उसने आगे कहा कि ये सिर्फ खराब योजना नहीं, बल्कि सिस्टम की लापरवाही है. "क्या यही है अगली ग्लोबल सिटी का सपना?", यह सवाल उसने प्रशासन से पूछा.
#Gurugram Who buys ₹10 crore flat in Gurgaon without even looking at the basic infrastructure? Just 30 minutes of rain and the roads turn into rivers. Gurgaon feels like a bubble—propped up by investors and NRIs pumping air into it. pic.twitter.com/FK5d1FpgTx
— Arun Mathuria (@arun_mathuria) July 9, 2025
इस घटना ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी. एक यूजर ने लिखा, “रहने के लिए सबसे बुरा शहर है, ना सेफ्टी, ना इंफ्रास्ट्रक्चर”. दूसरे ने तंज कसा, “कुछ समय के लिए तो नदी किनारे वाले अपार्टमेंट जैसा ही लग रहा है.” तीसरे व्यक्ति ने लिखा, “दिल्ली-एनसीआर छोड़ना मेरा सबसे अच्छा फैसला था.”
एक अन्य महिला ने भी वीडियो शेयर करते हुए दिखाया कि कैसे 4 घंटे की बारिश में उनका घर पूरी तरह पानी में डूब गया. जब वह काम से लौटी तो न सिर्फ कार डूबी थी, बल्कि घर का फर्नीचर भी पानी में तैर रहा था.
बारिश ने एक बार फिर दिखा दिया कि ऊंचे दामों पर बिकने वाले फ्लैट्स, चमचमाती इमारतें और बड़े-बड़े दावे असल में कितने खोखले हैं. गुरुग्राम जैसे शहरों को अगर वाकई “ग्लोबल सिटी” बनाना है, तो सबसे पहले बुनियादी सुविधाओं की नींव मजबूत करनी होगी.