Gold Price Today : धनतेरस का पर्व हमेशा से सोने और चांदी की खरीदारी के लिए शुभ माना जाता है. इस बार त्योहार उन लोगों के लिए अच्छी खबर लेकर आया है जो लंबे समय से सोने की कीमतों में राहत का इंतजार कर रहे थे. इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, 999 शुद्धता वाला सोना अब ₹1,29,580 प्रति 10 ग्राम पर आ गया है. यह कीमत कुछ ही दिन पहले ₹1,33,605 प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर चुकी थी. यानी, आज धनतेरस के दिन सोने की कीमत में ₹1,294 प्रति 10 ग्राम की गिरावट देखी गई है.
विशेषज्ञों की मानें तो यह गिरावट स्थायी नहीं कही जा सकती. बाजार में यह एक अस्थायी करेक्शन के रूप में देखा जा रहा है, जहां निवेशक त्योहार की खरीदारी को अवसर मानकर सोने की ओर आकर्षित हो रहे हैं. वैश्विक हालात और डॉलर-रुपया विनिमय दर की स्थिति के अनुसार, आने वाले समय में सोने के दाम फिर से ऊंचाई छू सकते हैं.
यदि पूरे साल पर नजर डालें तो 2025 में सोने की कीमतों में ऐतिहासिक उछाल देखा गया है. अक्टूबर 2024 में दिल्ली के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना ₹78,800 प्रति 10 ग्राम पर था, जो अक्टूबर 2025 में बढ़कर ₹1,33,605 तक पहुंच गया. यानी एक साल में लगभग ₹54,800 प्रति 10 ग्राम की बढ़त दर्ज की गई.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने ने रिकॉर्ड तोड़े. डॉलर के हिसाब से सोना $4,000 प्रति औंस के पार चला गया, जो निवेशकों के बढ़ते रुझान को दर्शाता है.
1. सेंट्रल बैंकों की खरीदारी: दुनिया भर के केंद्रीय बैंक लगातार सोने की खरीद कर रहे हैं, जिससे इसकी मांग बढ़ती जा रही है.
2. डॉलर की कमजोरी: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अन्य मुद्राओं के मजबूत होने से सोने में निवेश बढ़ा है.
3. भूराजनीतिक तनाव: रूस-यूक्रेन युद्ध, इजरायल-गाजा संघर्ष जैसे कारकों ने निवेशकों को सुरक्षित विकल्प के रूप में सोने की ओर मोड़ा है.
4. ब्याज दरों की स्थिति: अमेरिका में ब्याज दरों को लेकर बनी अनिश्चितता ने सोने को मजबूती दी है.
जनवरी 2025: साल की शुरुआत में ही वैश्विक अनिश्चितता और ब्याज दरों को लेकर चिंताओं ने सोने की कीमतों में 8–10% की तेज बढ़त दी.
मार्च 2025: अमेरिकी बैंकिंग सिस्टम में उथल-पुथल से निवेशकों ने सोने को सुरक्षित विकल्प माना. इससे अचानक डिमांड बढ़ी और कीमतें उछल गईं.
मई 2025: रूस-यूक्रेन और इजरायल-गाजा संघर्षों ने वैश्विक तनाव को और बढ़ाया. इसका सीधा असर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों पर पड़ा.
जुलाई-अगस्त 2025: अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की अटकलों ने डॉलर को कमजोर किया, जिससे सोना और भी आकर्षक हो गया.
अक्टूबर 2025: धनतेरस के आसपास खरीदारी में तेजी देखी गई. हालांकि, इस दिन सोने की कीमतों में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई, जिसे निवेशक छूट के रूप में देख रहे हैं.
जानकारों का मानना है कि यदि वैश्विक तनाव और डॉलर-रुपया विनिमय दर (₹89 के आस-पास) बनी रहती है, तो 2025 के अंत तक भारत में सोना ₹1,35,000 प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है. वहीं, अमेरिकी बाज़ार (कॉमेक्स) में इसकी कीमत $4,500 प्रति औंस तक पहुंचने की संभावना है.