सोशल मीडिया का जुनून अब वर्दीधारियों को भी नहीं छोड़ रहा. वायरल होने की चाह में लोग कुछ भी करने को तैयार हैं फिर चाहे वह आम नागरिक हो या फिर वर्दी पहने हुए कोई पुलिसकर्मी. बिहार से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसने इंटरनेट पर हलचल मचा दी है.
बिहार पुलिस की एक महिला सिपाही का रील वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. 17 सेकेंड की इस क्लिप में वह वर्दी में, थाने के परिसर में खड़ी होकर ‘हम हैं बिहारी, थोड़ा लिमिट में रहिएगा...’ गाने पर आत्मविश्वास से लिप्सिंग करती नजर आती हैं. वर्दी पर 'आरती' नाम साफ-साफ देखा जा सकता है.
ऐसे लोगों की बिहार पुलिस में बहाली कैसे हो जाती हैं? क्या अब पुलिस के पास कोई और काम नहीं हैं? pic.twitter.com/F3sL3VcbJr
— छपरा जिला ???????? (@ChapraZila) June 29, 2025
वीडियो में महिला सिपाही के पीछे थाने का परिसर दिखाई दे रहा है. चेहरे पर मेकअप, हाथ में मोबाइल और थाने की पृष्ठभूमि को देखकर लोग सवाल उठा रहे हैं. अगर पुलिसकर्मी रील बनाने में व्यस्त होंगे तो कानून व्यवस्था कौन संभालेगा?
कुछ लोग इस वीडियो को "मॉडर्न एंटरटेनमेंट" मान रहे हैं, जबकि कई यूजर्स ने इसे "ड्यूटी का उल्लंघन" और "अनुशासनहीनता" बताया. एक यूज़र ने लिखा, "पुलिस ट्रेनिंग सेंटर है या टिकटॉक स्टार बनाने की फैक्ट्री?" वहीं एक अन्य ने तंज कसा, "कानून के हाथ में अब ट्राइपॉड और लाइटिंग किट है.”
फिलहाल यह पता लगाया जा रहा है कि वीडियो किस थाने में शूट हुआ और महिला सिपाही आरती की तैनाती कहां है. हालांकि अभी तक विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन अंदरूनी जांच शुरू हो चुकी है और जल्द कार्रवाई की उम्मीद है.
इस घटना ने सरकारी संस्थानों में बढ़ती सोशल मीडिया गतिविधियों पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. थानों जैसे संवेदनशील स्थानों में रील शूट करना केवल नियमों का उल्लंघन नहीं, बल्कि सुरक्षा और अनुशासन पर सीधा प्रहार है.
वर्दीधारी कर्मचारियों की डिजिटल मौजूदगी का दायरा बढ़ रहा है, लेकिन यह ज़रूरी है कि यह हद से न बढ़े. सोशल मीडिया की रीलगिरी, ड्यूटी पर भारी न पड़ जाए, यही आज सबसे बड़ी चिंता है.