पंजाब में बाढ़ से परेशान लोगों के लिए अब राहत की खबर सामने आई है। राज्य के प्रमुख बांधों में लगातार घट रहा जलस्तर हजारों प्रभावित लोगों के लिए उम्मीद की किरण लेकर आया है। हाल के दिनों में भारी बारिश और नदियों में तेज जल प्रवाह की वजह से बांधों पर दबाव बढ़ गया था, लेकिन अब पानी का स्तर कम होने लगा है।
अधिकारियों के अनुसार, पौंग बांध, रणजीत सागर बांध और भाखड़ा बांध में पानी का बहाव घटा है। इससे बांधों की सुरक्षा और प्रबंधन आसान हो गया है। उदाहरण के लिए, पौंग बांध का जलस्तर गुरुवार को 1393.63 फीट था, जो शुक्रवार को घटकर 1392.46 फीट रह गया। इसी तरह, नदी में पानी का प्रवाह भी 1,44,741 क्यूसेक से घटकर सिर्फ 61,371 क्यूसेक हो गया है।
भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) लगातार प्रयास कर रहा है कि जलस्तर अधिकतम 1,390 फीट के आसपास बनाए रखा जाए। गुरुवार को बांध से रिकॉर्ड स्तर पर 1.10 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जो अब तक का सबसे ज्यादा बहिर्वाह माना जा रहा है।
रणजीत सागर बांध में भी जलस्तर घटकर 526 मीटर से 525 मीटर पर आ गया है। यहां भी पानी का प्रवाह 91,286 क्यूसेक से कम होकर 54,623 क्यूसेक रह गया है। दो दिन पहले यह बांध अपने अधिकतम स्तर 527.91 मीटर तक पहुंच गया था, जिसके कारण सुरक्षा की दृष्टि से अधिक पानी छोड़ा गया।
भाखड़ा बांध का जलस्तर भी हल्का घटकर 1671.83 फीट से 1671.71 फीट हो गया है। यहां पानी का प्रवाह 54,213 क्यूसेक से घटकर 49,137 क्यूसेक दर्ज किया गया।
इस बीच, अच्छी खबर यह भी है कि सभी बांधों पर बने जलविद्युत संयंत्र (Hydropower Plants) पूरी क्षमता से बिजली उत्पादन कर रहे हैं। भाखड़ा से 332.4 लाख यूनिट, रणजीत सागर से 145.4 लाख यूनिट और पौंग से 84.48 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ है।
बीबीएमबी के अधिकारी अब भी जलाशयों की क्षमता और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पानी छोड़ने की योजना पर काम कर रहे हैं। कुल मिलाकर, जलस्तर घटने से राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को बड़ी राहत मिल रही है और स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने की ओर बढ़ रही है।
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