दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजधानी में चल रहे विकास कार्यों की बेहतर निगरानी के लिए एक अहम कदम उठाया है। उन्होंने अपने छह मंत्रियों के साथ मिलकर दिल्ली के सातों लोकसभा क्षेत्रों में चल रहे सभी विकास प्रोजेक्ट्स की नियमित समीक्षा करने का फैसला किया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी प्रोजेक्ट समय पर पूरे हों और सरकारी अधिकारियों तथा निर्वाचित प्रतिनिधियों के बीच बेहतर तालमेल बना रहे।
कौन सा मंत्री किस क्षेत्र की निगरानी करेगा सीएम रेखा गुप्ता खुद चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में प्रोजेक्ट्स की निगरानी करेंगी। इसके अलावा अन्य मंत्री भी अलग-अलग क्षेत्रों की जिम्मेदारी संभालेंगे:
प्रवेश वर्मा (PWD) और मनजिंदर सिंह सिरसा (पर्यावरण) – नई दिल्ली और साउथ दिल्ली
आशीष सूद (शिक्षा) – पश्चिमी दिल्ली
पंकज सिंह (परिवहन) – पूर्वी दिल्ली
रविंद्र इंदिराज (समाज कल्याण) – उत्तर पश्चिमी दिल्ली
कपिल मिश्रा (पर्यटन) – उत्तर पूर्वी दिल्ली
मुख्यमंत्री कार्यालय ने निर्वाचन क्षेत्रों के मानचित्र और निर्देश सभी मुख्य सचिव, जिलाधिकारियों, विधायकों और मंत्रियों को भेज दिए हैं। दक्षिणी दिल्ली के सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी के अनुसार, इस पहल का मकसद यह है कि मंत्रियों के माध्यम से सांसद, विधायक, पार्षद और पार्टी पदाधिकारी सरकारी विभागों के साथ बेहतर तालमेल बना सकें।
इस नए कदम से प्रोजेक्ट्स की "तेजी" और "अधिक प्रशासनिक जवाबदेही" सुनिश्चित होगी। सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि विकास कार्यों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए निर्वाचित प्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच अच्छा तालमेल होना जरूरी है।
बीजेपी के एक विधायक ने बताया कि पहले छोटे-मोटे मामलों के लिए भी सीएम को बार-बार संपर्क करना पड़ता था, जिससे उनकी जिम्मेदारी बढ़ जाती थी। अब मंत्रियों को अपने क्षेत्र में चल रहे प्रोजेक्ट्स की निगरानी करने का अधिकार दिया गया है। बड़े और गंभीर मामलों को ही सीएम तक ले जाया जाएगा।
राजस्व विभाग के अधिकारियों के अनुसार, मंत्रियों को अपने क्षेत्र के अधिकारियों को बुलाकर प्रोजेक्ट्स की समीक्षा करने और समय पर पूरा होने की निगरानी करने का अधिकार दिया गया है। इससे विकास कार्यों में तेजी आएगी और हर स्तर पर जवाबदेही बढ़ेगी।
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