पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को राज्य में बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए 5,000 करोड़ रुपये की “रोशन पंजाब” परियोजना की शुरुआत की। इस परियोजना का लक्ष्य पंजाब को देश का पहला बिजली कटौती-मुक्त राज्य बनाना है।
इस परियोजना के तहत राज्य के बिजली ढांचे में बड़े पैमाने पर सुधार किए जाएंगे।
नए सबस्टेशन और बिजली लाइनें बिछाई जाएंगी।
फीडरों पर लोड कम किया जाएगा ताकि बिजली की आपूर्ति निर्बाध बनी रहे।
पुराने और उलझे तारों को हटाकर सुरक्षित और व्यवस्थित नेटवर्क तैयार किया जाएगा।
केजरीवाल ने कहा कि अब तक किसी सरकार ने इतनी बड़ी योजना का सपना भी नहीं देखा था। इस अभियान के तहत उद्योग, कृषि और घरेलू उपभोक्ताओं को 24 घंटे लगातार बिजली उपलब्ध कराई जाएगी।
परियोजना में बिजली के रखरखाव और उन्नयन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
13 नगर निगमों में निम्न दाब (एलटी) नेटवर्क में सुधार किया जा रहा है।
बिजली के खंभों से अनावश्यक तार हटाए जा रहे हैं, नीचे लटके तार ऊपर उठाए जा रहे हैं और खुले मीटर बॉक्स सील किए जा रहे हैं।
सबसे पहले इसे लुधियाना (पश्चिम) में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया था, अब इसे पूरे राज्य में फैलाया जा रहा है।
इस पहल को 87 उप-विभागों में शुरू किया जा चुका है और इसे जून 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
लोगों की मदद के लिए मोहाली में एक कॉल सेंटर स्थापित किया गया है, जिसका हेल्पलाइन नंबर 1912 है। इस सेंटर में 180 कर्मचारियों की टीम 24 घंटे उपभोक्ताओं की शिकायतें सुनती है और समाधान करती है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में 90 प्रतिशत परिवारों को शून्य बिजली बिल मिल रहे हैं, जिससे लोगों को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि “रोशन पंजाब” अभियान न सिर्फ राज्य की बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करेगा, बल्कि आने वाले समय में पंजाब को आत्मनिर्भर और ऊर्जा-संपन्न राज्य बना देगा।
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