कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बुधवार को एक बयान में साफ कर दिया कि वे RCB (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर) की टीम नहीं खरीद रहे हैं। उन्होंने इस अफवाह को मजाकिया अंदाज में खारिज कर दिया। शिवकुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं कोई पागल नहीं हूं। मैं तो बस बचपन से कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन का सदस्य हूं, बस इतना ही। मेरे पास समय नहीं है, हालांकि मुझे टीम मैनेजमेंट में शामिल होने के ऑफर जरूर मिले थे... लेकिन मुझे RCB क्यों चाहिए? मैं तो रॉयल चैलेंज (शराब) भी नहीं पीता।”
यह बयान तब आया जब मीडिया में ऐसी खबरें चल रही थीं कि RCB की मालिक कंपनी Diageo India (जो कि UK की कंपनी Diageo Plc की भारतीय शाखा है) इस IPL फ्रेंचाइजी को बेचने की सोच रही है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में बताया गया कि Diageo कंपनी कुछ सलाहकारों से बातचीत कर रही है और RCB को करीब 2 अरब डॉलर की कीमत पर बेचने का विचार कर रही है।
इन खबरों के बाद United Spirits (RCB की मालिक कंपनी) के शेयरों में तेजी देखी गई। मंगलवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में इसके शेयर 3.3% तक बढ़ गए और पिछले 5 महीने का सबसे ऊंचा स्तर छू लिया। इसके बाद BSE ने Diageo से औपचारिक सफाई मांगी।
Diageo के कंपनी सेक्रेटरी मितल संघवी ने एक ईमेल में स्पष्ट किया कि “मीडिया रिपोर्ट्स केवल कयासों पर आधारित हैं। कंपनी की ऐसी किसी भी बिक्री की योजना नहीं है।” उन्होंने बताया कि Diageo फिलहाल किसी भी तरह की बिक्री को लेकर बातचीत नहीं कर रही है।
यह अफवाह उस समय सामने आई जब RCB हाल ही में अपनी पहली IPL ट्रॉफी जीतने के बाद सुर्खियों में थी। 3 जून को RCB ने पंजाब किंग्स को फाइनल में हराकर 18 साल का इंतजार खत्म किया। इसके अगले दिन 4 जून को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में जीत का जश्न मनाया गया, जहां करीब 2.5 लाख लोग जमा हो गए। लेकिन यह खुशी का पल दुखद घटना में बदल गया, जब स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 56 लोग घायल हुए।
इस तरह RCB को लेकर कई तरह की बातें चल रही हैं, लेकिन उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने साफ कर दिया है कि उनका इस टीम को खरीदने का कोई इरादा नहीं है।