बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की आईपीएल 2025 जीत के जश्न के दौरान हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत और 33 से अधिक घायल होने के मामले में पुलिस ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB), DNA इवेंट मैनेजमेंट कंपनी और कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इन पर विक्ट्री परेड के दौरान लापरवाही बरतने और पर्याप्त इंतजाम न करने का आरोप है।
एफआईआर में कहा गया है कि यह हादसा पूरी तरह से अव्यवस्था और जिम्मेदार एजेंसियों की लापरवाही की वजह से हुआ।
इस मामले की सुनवाई कर्नाटक हाईकोर्ट में भी हुई। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश वी. कामेश्वर राव और जस्टिस सी.एम. जोशी की बेंच ने राज्य सरकार से इस घटना पर रिपोर्ट मांगी है। अब अगली सुनवाई 10 जून को होगी।
वहीं याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट से सवाल किया कि आरसीबी के खिलाड़ियों को सम्मानित करने का फैसला किसने लिया? उन्होंने यह भी पूछा कि जब खिलाड़ी देश के लिए नहीं खेलते, तो उन्हें सम्मानित करने की क्या जरूरत थी।
4 जून 2025 को, RCB की पहली आईपीएल जीत के उपलक्ष्य में आयोजित विजय जुलूस के दौरान, चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर लगभग 2 से 3 लाख लोग एकत्रित हो गए, जबकि स्टेडियम की क्षमता केवल 35,000 है। भीड़ के दबाव में कई लोग गिर गए, जिससे भगदड़ मच गई और 11 लोगों की मौत हो गई। इस घटना में कई युवा और छात्र शामिल थे।
पुलिस ने RCB, एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी और एक अन्य संस्था के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि इन संस्थाओं ने भीड़ प्रबंधन में लापरवाही बरती, जिससे यह त्रासदी हुई।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है और घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। RCB ने भी 'RCB Cares' नामक एक फंड की स्थापना की है, जिसके तहत मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये और घायलों को सहायता प्रदान की जाएगी।
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