IPL 2025 की ट्रॉफी जीतकर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने 18 साल का सूखा खत्म किया, लेकिन यह ऐतिहासिक जीत अब सवालों के घेरे में है. एक भयानक भगदड़, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई और 75 से ज़्यादा घायल हुए. यानी 18 साल बाद RCB को तो ट्रॉफी मिल गई लेकिन 11 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन? यानी जिस स्टेडियम में 35 हजार लोगों की क्षमता थी वहां पर कैसे 3 लाख लोग पहुंच गए क्या कर रही थी सरकार और फिर इतना हीं नहीं मौत के बाद मातम की होता रहा तमाशा, आइए इस मामले में अब तक क्या हुआ है.
27 मई को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर RCB की जीत का जश्न मनाने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सरकार के अनुसार, 35,000 की क्षमता वाले स्टेडियम में 2-3 लाख लोग जमा हो गए. गेट नंबर 7 पर फ्री टिकट मिलने की अफवाह फैलते ही भगदड़ मच गई. लोग गिरते रहे, कुचले जाते रहे और पुलिस हालात काबू में लाने में नाकाम रही.
1. क्यों नहीं रोकी गई भीड़?
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने खुद माना कि लोग गेट तोड़कर अंदर घुसे. तो फिर पुलिस को पहले से अलर्ट क्यों नहीं किया गया?
2. RCB ने प्रशासन को बिना बताए किया परेड का ऐलान?
RCB ने दोपहर 3:14 पर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि शाम 5 बजे परेड होगी. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि RCB मैनेजमेंट ने किसी से सलाह नहीं ली.
3. जब पुलिस ने इनकार किया, तो इवेंट को मंज़ूरी किसने दी?
HD कुमारस्वामी और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सरकार पर दबाव में काम करने का आरोप लगाया है. उनका दावा है कि पुलिस ने पहले ही दो जगह सुरक्षा न दे पाने की बात कही थी.
4. क्या यह अफवाह से मची भगदड़ थी या मैनेजमेंट की नाकामी?
फ्री टिकट की अफवाह गेट नंबर 7 पर फैली और वहीं मची भगदड़. लोगों ने कहा – “कोई कंट्रोल नहीं था, पुलिस खुद घबरा गई थी.
5. CM की कुंभ मेला से तुलना पर भी बवाल
सीएम सिद्धारमैया ने कहा, “ऐसी घटनाएं कुंभ मेले में भी होती हैं, वहां भी 50-60 लोग मरे थे. इस पर विपक्ष ने सवाल उठाए – “क्या IPL के इवेंट को धार्मिक मेले से तुलना करना सही है?”
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