100 Rupees Coin Release : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की स्थापना के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 सितंबर 2025 को नई दिल्ली के डॉ. भीमराव अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में एक विशेष कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने एक विशेष डाक टिकट और 100 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया. ये सिक्का संघ की वैचारिक और सांस्कृतिक परंपराओं को दर्शाने के लिए खास रूप से डिजाइन किया गया हैय
इस स्मारक सिक्के की बनावट और डिजाइन बेहद खास है. सिक्के के एक तरफ भारत का राष्ट्रीय प्रतीक 'अशोक स्तंभ' अंकित है. दूसरी तरफ भारत माता की एक अद्वितीय प्रतिमा दिखाई देती है, जो सिंह के साथ वरद मुद्रा में खड़ी हैं. उनके सामने संघ के स्वयंसेवक नमन की मुद्रा में खड़े हैं.
इस सिक्के पर एक खास वाक्य भी लिखा गया है – "राष्ट्राय स्वाहा, इदं राष्ट्राय इदं न मम", जिसका अर्थ है: राष्ट्र के लिए ये समर्पित है, यह मेरा नहीं है. यह वाक्य संघ की विचारधारा और देश के प्रति समर्पण को दर्शाता है.
भारत में स्मारक सिक्के जारी करने की परंपरा नई नहीं है. ये सिक्के आमतौर पर चलन में नहीं आते, बल्कि संग्रहकर्ताओं और खास मौकों की याद में सीमित संख्या में बनाए जाते हैं.
100 रुपये का पहला स्मारक सिक्का 2010 में रवींद्रनाथ टैगोर की 150वीं जयंती के मौके पर जारी किया गया था. इसके बाद कई अन्य अवसरों पर भी ऐसे सिक्के जारी हुए, जैसे:
अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी मदन मोहन मालवीय की जयंती महात्मा गांधी की 150वीं जयंती अन्ना दुरै की स्मृति
हालांकि कुछ बार सरकार ने खास सिक्कों की घोषणा तो की, लेकिन तकनीकी कारणों या नीति संबंधी फैसलों के कारण वे सिक्के ढलने के बाद भी चलन में नहीं लाए गए. इसके बावजूद, ऐसे सिक्कों का ऐतिहासिक और भावनात्मक महत्व बना रहता है.
ये सिक्के न केवल किसी महान शख्सियत या संस्था की स्मृति को जीवित रखते हैं, बल्कि देश की सांस्कृतिक विरासत को भी आगे बढ़ाते हैं.