करवा चौथ
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुंवारी कन्याएं भी करवा चौथ का व्रत रख सकती हैं ताकि उन्हें मनचाहा जीवनसाथी मिले.
अच्छे वर की कामना
यह व्रत उन लड़कियों के लिए शुभ माना गया है जिन्हें विवाह में अड़चनें आती हैं या जो अच्छे वर की कामना करती हैं.
निर्जला व्रत
अविवाहित कन्याएं निर्जला व्रत रखने की बजाय फलाहार कर सकती हैं और एक बार पानी पी सकती हैं.
16 श्रृंगार
उन्हें करवा बदलने, थाली घुमाने या 16 श्रृंगार करने जैसी सुहागिनों की रस्में नहीं निभानी चाहिए.
कुंवारी लड़कियां
ज्योतिष के अनुसार, कुंवारी लड़कियों के लिए यह व्रत शरीर से अधिक मन और आत्मा को शुद्ध करने का प्रतीक है.
पूजा विधी
व्रत के दौरान करवा माता, भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय की पूजा की जाती है ताकि रिश्तों में मधुरता बनी रहे.
व्रत का पुण्य
अविवाहित कन्याएं फल, दूध, खजूर या हल्का भोजन रखकर भी इस व्रत का पुण्य प्राप्त कर सकती हैं.
चंद्रमा को अर्घ्य
जहां विवाहित महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देती हैं, वहीं कुंवारी कन्याएं तारों को अर्घ्य देकर अपना व्रत पूर्ण करती हैं.