4 जून 2025 को बेंगलुरु में हुई भयानक भगदड़ की घटना ने पूरे देश को हिला दिया था. इस हादसे में 11 लोगों की मौत और 50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई थी. अब इस मामले में एक बड़ा मोड़ आया है. कर्नाटक सरकार ने हाईकोर्ट में दाखिल रिपोर्ट में इसका सीधा दोष विराट कोहली और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) द्वारा बिना अनुमति किए गए विक्ट्री सेलिब्रेशन पर डाला है.
सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, RCB ने परेड के लिए पुलिस से कोई औपचारिक अनुमति नहीं ली थी. 3 जून को केवल सूचना दी गई थी, लेकिन सात दिन पहले नोटिस देने की जो कानूनी प्रक्रिया होती है, वह पूरी नहीं की गई. इस कारण पुलिस के पास सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था के लिए पर्याप्त समय नहीं था.
17 जुलाई को सरकार ने यह रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश की थी. राज्य सरकार ने इसे गोपनीय रखने की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने साफ किया कि ऐसा कोई कानूनी आधार नहीं है, जिससे इसे सीक्रेट रखा जाए.
“I’m going to feel the real side of it when we get to Bengaluru tomorrow and celebrate this with the city” - Virat Kohli ❤️????
— Royal Challengers Bengaluru (@RCBTweets) June 4, 2025
King Kohli walks into the dressing room with ABD, talks about Rajat’s leadership, Jitesh’s smartness, and the team coming together to achieve this… pic.twitter.com/aqLY7LHvvE
सरकार की रिपोर्ट में दावा किया गया कि 4 जून की सुबह 8:55 बजे विराट कोहली ने एक लाइव वीडियो किया, जिसमें उन्होंने फैंस से परेड में शामिल होने की अपील की. इसके बाद RCB की सोशल मीडिया पोस्ट में बताया गया कि परेड विधानसभा से लेकर चिन्नास्वामी स्टेडियम तक निकलेगी और फ्री एंट्री रहेगी.
स्टेडियम की क्षमता सिर्फ 35 हजार थी, लेकिन सोशल मीडिया प्रचार के बाद तीन लाख से ज्यादा लोग मौके पर पहुंच गए. इससे न सिर्फ भगदड़ मची, बल्कि गेट समय पर न खुलने की वजह से भीड़ बेकाबू हो गई और कई गेट तोड़ दिए गए.
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस हादसे की वजह खराब प्लानिंग, समन्वय की कमी और आयोजकों द्वारा जरूरी प्रक्रियाओं का पालन न करना था. सरकार ने कहा कि RCB और इससे जुड़े आयोजकों की लापरवाही से यह दुखद घटना घटी.