पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को प्रदेशवासियों से अपील की कि वे मिलकर जल संरक्षण और प्रदूषण के खिलाफ एक सामूहिक संकल्प लें. वह पंजाब की पवित्र नदी काली बेईं की सफाई की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर बोल रहे थे. इस कार्यक्रम का आयोजन पर्यावरणविद् और राज्यसभा सांसद बलबीर सिंह सीचेवाल द्वारा गुरुद्वारा बेरी साहिब, सुल्तानपुर लोधी में किया गया.
सीएम मान ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि इसे एक जनआंदोलन में तब्दील करने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि उनके मुख्यमंत्री बनने के समय राज्य में केवल 21% नहरों का पानी सिंचाई के लिए उपयोग हो रहा था, लेकिन अब यह आंकड़ा बढ़कर 63% हो चुका है.
मुख्यमंत्री ने बलबीर सिंह सीचेवाल द्वारा शुरू किए गए 165 किलोमीटर लंबे काली बेईं की सफाई अभियान को ऐतिहासिक और वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण करार दिया. उन्होंने कहा, “हमारे प्रदेश को नदियों की धरती कहा जाता है, फिर भी हम जल संकट की मार झेल रहे हैं. यह एक चेतावनी है कि हमें अब चेत जाना चाहिए.
भगवंत मान ने कहा, 'हमें सिख गुरुओं की उन शिक्षाओं को आत्मसात करना चाहिए जो हवा, पानी और मिट्टी को पवित्र मानते हैं. अब समय आ गया है कि हम सिर्फ उपदेश न दें, बल्कि उनकी शिक्षाओं के अनुरूप कार्य करें और पंजाब को फिर से हरियाली और पवित्रता की ओर लौटाएं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की योजनाएं तब तक सफल नहीं होंगी जब तक जनता उसमें भागीदारी नहीं निभाएगी. “यह केवल एक समारोह नहीं है, बल्कि काली बेईं की सफाई की वर्षगांठ हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए असली कार्य करने की प्रेरणा देनी चाहिए.'
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि गुरु नानक देव जी से जुड़े पवित्र शहर सुल्तानपुर लोधी के सर्वांगीण विकास के लिए करोड़ों रुपये की परियोजनाएं चल रही हैं. उन्होंने विश्वास जताया कि ये योजनाएं इस ऐतिहासिक शहर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएंगी.
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