पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि वह आम आदमी पार्टी के नेताओं को झूठे मुकदमों में फंसाकर लोकतंत्र की आवाज को दबाना चाहती है. शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में सीएम मान ने कहा कि देश में अब एक नया ट्रेंड बनता जा रहा है, अगर कोई सच्चाई बोलेगा, तो उसे एफआईआर और जेल का सामना करना पड़ेगा.
मुख्यमंत्री का बयान ऐसे समय आया है जब आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह विभिन्न मामलों में जेल में हैं या कानूनी कार्रवाई का सामना कर रहे हैं. मान ने साफ शब्दों में कहा कि उनकी पार्टी सच बोलती रहेगी, चाहे कितनी भी एफआईआर दर्ज की जाएं या गिरफ्तारियां हों.
मुख्यमंत्री ने कहा, "केजरीवाल, सिसोदिया, संजय सिंह को सच बोलने की कीमत चुकानी पड़ी है. मगर हम डरने वाले नहीं हैं. हमें देश के कानून और संविधान पर पूरा भरोसा है. मान ने दावा किया कि आने वाले दिनों में और भी आम आदमी पार्टी के नेताओं पर एफआईआर दर्ज होंगी, लेकिन इससे उनकी पार्टी की आवाज और तेज़ होगी। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह लोकतंत्र को कुचलने के लिए अपनी सत्ता का दुरुपयोग कर रही है.
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि वह गुजरात की जेलों में बंद खतरनाक गैंगस्टरों को संरक्षण दे रही है. उन्होंने कहा कि संगठित अपराध और ड्रग माफिया के खिलाफ उनकी सरकार सख्त एक्शन ले रही है और इसमें कोई ढील नहीं दी जाएगी. अगर केंद्रीय गृह मंत्री गुजरात से निष्कासित अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं, तो ऐसी सरकार से क्या उम्मीद की जा सकती है?"
मान ने दो टूक कहा कि पंजाब सरकार किसी भी आपराधिक तत्व को बख्शने के मूड में नहीं है—चाहे वह स्थानीय हो या बाहरी। उन्होंने कहा कि ड्रग्स और संगठित अपराध के खिलाफ राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति जारी रहेगी.मुख्यमंत्री भगवंत मान का यह बयान आम आदमी पार्टी की आक्रामक राजनीतिक रणनीति को दर्शाता है, जिसमें वे खुद को सच बोलने वाली पार्टी के तौर पर पेश कर रहे हैं। अब देखना होगा कि भाजपा इस आरोपों का क्या जवाब देती है और यह टकराव किस दिशा में जाता है।
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