पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 25 जुलाई को एक अहम कैबिनेट बैठक बुलाई है और बठिंडा की बहादुर पीसीआर टीम से भी मिलेंगे, जिन्होंने सरहिंद नहर में डूब रही एक कार से 11 लोगों की जान बचाई थी. इस टीम को पहले ही डीजीपी गौरव यादव ने 25,000 रुपये और सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया है. मुख्यमंत्री व्यक्तिगत रूप से टीम से मिलकर उनके साहस को सराहेंगे और इसे युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बताएंगे. पुलिस को उन्होंने समाज का रक्षक बताया.
बहादुरों को मिलेगा मुख्यमंत्री का सम्मान
बठिंडा की इस पीसीआर टीम ने बहिमन ब्रिज के पास एक कार को डूबते देखा और बिना देरी किए जोखिम उठाकर कार में फंसे 11 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला. इस कार में 5 बच्चे भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री भगवंत मान इस टीम से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उनके साहस को सराहेंगे और उन्हें राज्य सरकार की ओर से सम्मानित करेंगे.
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने पहले ही इस बहादुरी भरे कार्य के लिए पीसीआर टीम को "डायरेक्टर जनरल कमेंडेशन डिस्क' और 25,000 रुपये की नकद राशि देकर सम्मानित किया है. डीजीपी ने कहा था, 'इस टीम ने जो साहस दिखाया है, वह पंजाब पुलिस की निष्ठा और प्रतिबद्धता का प्रतीक है.'
अब मुख्यमंत्री खुद इस टीम से मिलेंगे और उन्हें बधाई देते हुए उनके साहस को पंजाब के युवाओं के लिए प्रेरणा बताएंगे. मुख्यमंत्री का कहना है कि, 'इस तरह की बहादुरी आने वाली पीढ़ियों को सेवा और समर्पण की भावना से प्रेरित करती है. हमारी पुलिस सिर्फ कानून लागू करने वाली एजेंसी नहीं, बल्कि समाज के रक्षक भी हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का नशे को लेकर हर दिन कोई न कोई प्रयास जारी है और पूरी हर दिन युवाओं और देश के हर के नागरिक से इस मामले जागरुक करते आ रहे हैं.
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