पंजाब के अमृतसर में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है। रावी और ब्यास नदी का पानी बढ़ने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। ऐसे समय में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अधिकारियों और अस्पतालों को सख्त निर्देश दिए हैं ताकि बाढ़ से प्रभावित लोगों को तुरंत मदद मिल सके और किसी मरीज को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
मान सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों को पूरी तरह तैयार रहने के आदेश दिए हैं। डॉक्टरों से कहा गया है कि वे 24 घंटे अलर्ट रहें और जरूरत पड़ने पर लगातार ड्यूटी निभाएं। वरिष्ठ डॉक्टरों को भी फोन पर हमेशा उपलब्ध रहने के लिए कहा गया है। सरकार ने अस्पतालों में दवाइयों की पर्याप्त व्यवस्था की है। यहां तक कि सांप काटने की दवा और इंजेक्शन तक उपलब्ध रखे गए हैं। इसके अलावा ब्लड बैंक, ऑक्सीजन और एंबुलेंस सेवाओं पर भी विशेष ध्यान दिया गया है।
सरकार ने विशेष रूप से अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल, सरकारी टीबी अस्पताल और सरकारी ईएनटी अस्पताल को तैयार रहने के आदेश दिए हैं। इन अस्पतालों में बाढ़ पीड़ित लोगों के इलाज और देखभाल के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए लगभग 80 सरकारी एंबुलेंस को अलर्ट पर रखा गया है। ये एंबुलेंस जरूरतमंद लोगों तक तुरंत पहुंचकर उन्हें अस्पताल पहुंचाने का काम करेंगी। इसके साथ ही, सरकार ने जिले में 15 रैपिड रिस्पांस टीम भी बनाई है। ये टीमें तुरंत मौके पर जाकर राहत और बचाव कार्य में सहयोग करेंगी।
भगवंत मान ने साफ कहा है कि सरकार हर संभव मदद करेगी और किसी भी मरीज को इलाज के लिए निराश नहीं होना पड़ेगा। उनका कहना है कि मुश्किल हालात में सरकार जनता के साथ खड़ी है और हर कदम पर उनका सहयोग करेगी।
इस तरह मान सरकार ने बाढ़ की चुनौती से निपटने के लिए पूरे स्वास्थ्य तंत्र को चौकन्ना कर दिया है ताकि किसी भी हालात में जनता को परेशानी न हो।
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