'I Love You' Massage Technique : माता-पिता बनना हर कपल के लिए जीवन का सबसे खूबसूरत अनुभव होता है. लेकिन इस नए सफर में कई चुनौतियां भी सामने आती हैं. छोटे बच्चे अक्सर बिना किसी स्पष्ट कारण के लंबे समय तक रोते रहते हैं. इसे ही कॉलिक बेबी प्रॉब्लम कहा जाता है. कॉलिक बेबी लगातार रोते रहते हैं, जिससे माता-पिता असहाय महसूस करते हैं. रोने का कारण पेट दर्द, गैस, अकड़न या नींद से जुड़ी समस्या हो सकता है. अच्छी बात यह है कि ऐसी स्थिति में शिशु को शांत करने के लिए एक खास मसाज बेहद प्रभावी मानी जाती है, जिसे कहते हैं ‘आई लव यू मसाज’.
'आई लव यू मसाज' एक सरल लेकिन कारगर तकनीक है, जिसे खासकर शिशुओं के पेट की तकलीफ को कम करने के लिए अपनाया जाता है. कई बार पूरी तरह स्वस्थ बच्चा भी पाचन की समस्या, गैस या आंतों के अपरिपक्व होने की वजह से लगातार रोता रहता है. इस मसाज से:
शिशु के पेट दर्द में राहत मिलती है. गैस आसानी से बाहर निकल जाती है. मांसपेशियों को आराम मिलता है. मल त्याग में सुधार होता है. बच्चे को गहरी नींद आने लगती है.
इस मसाज का नाम इसकी तकनीक पर रखा गया है. दरअसल, मसाज के दौरान बच्चे के पेट पर अंग्रेजी के अक्षर I, L और U की आकृति बनाई जाती है. यही कारण है कि इसे ‘I Love You Massage’ कहा जाता है. यह नाम जितना प्यारा है, उतना ही यह मसाज शिशु को सुकून भी देता है.
शिशु को यह मसाज देते समय धीरे-धीरे और प्यार से हाथ चलाना जरूरी है.इसे करने की विधि इस प्रकार है:
1. ‘I’ का आकार बनाएं: बच्चे की नाभि के दाहिनी ओर से ऊपर से नीचे तक हाथ को सीधी लाइन में फेरें.
2. ‘L’ का आकार बनाएं: अब नाभि के दाहिने हिस्से से नीचे की ओर एक सीधी रेखा बनाएं और फिर नाभि से ऊपर की ओर जाकर उल्टा L का पैटर्न बनाएं.
3. ‘U’ का आकार बनाएं: अंत में नाभि के बाएं हिस्से से ऊपर की ओर हाथ ले जाएं और फिर दाईं ओर नीचे तक सीधी रेखा खींचें.
यह पूरी प्रक्रिया पेट की मांसपेशियों पर हल्का दबाव बनाती है, जिससे गैस निकलने में मदद मिलती है और बच्चे का रोना काफी हद तक कम हो जाता है. निष्कर्ष
'आई लव यू मसाज' न सिर्फ शिशु को शांत करने का आसान उपाय है, बल्कि यह उसे आराम और सुरक्षा का एहसास भी दिलाता है. नई मांओं और पिताओं के लिए यह तकनीक बच्चे की देखभाल का एक अहम हिस्सा बन सकती है.
Copyright © 2025 The Samachaar
