करवा चौथ का त्योहार हिंदू विवाहित महिलाओं के लिए बेहद खास होता है. यह व्रत हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. इस बार करवा चौथ 10 अक्टूबर 2025, शुक्रवार को मनाया जाएगा. इस दिन महिलाएं सूर्योदय से चांद निकलने तक निर्जला व्रत रखती हैं और अपने पति की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं.
हर सुहागिन को इस दिन का सबसे ज्यादा इंतजार होता है जब चांद निकलता है. इस साल शहरवार चांद निकलने का समय इस प्रकार रहेगा –
दिल्ली / नोएडा: रात 8:13 बजे
अहमदाबाद: रात 8:47 बजे
पुणे: रात 8:52 बजे
मुंबई: रात 8:55 बजे
पटना: रात 7:48 बजे
प्रयागराज: रात 8:02 बजे
जयपुर: रात 8:23 बजे
लखनऊ: रात 8:02 बजे
हरिद्वार: रात 8:05 बजे
पूजा मुहूर्त: शाम 05:57 बजे से 07:11 बजे तक
व्रत का समय: सुबह 06:19 बजे से रात 08:13 बजे तक
चतुर्थी तिथि शुरू: 9 अक्टूबर, रात 10:54 बजे
चतुर्थी तिथि समाप्त: 10 अक्टूबर, शाम 07:38 बजे
शाम को महिलाएं पारंपरिक पोशाक और गहनों से सजी-धजी होती हैं. वे एक जगह इकट्ठा होकर करवा चौथ कथा सुनती हैं जिसमें वीरवती, सावित्री और करवा की कहानी सुनाई जाती है. पूजा के बाद चांद को छलनी से देखकर पति का चेहरा देखती हैं और पति के हाथों से पानी पीकर व्रत तोड़ती हैं.
करवा चौथ सिर्फ व्रत नहीं, बल्कि पति-पत्नी के रिश्ते में प्रेम, भरोसे और त्याग का प्रतीक है. विदेश में रह रहीं भारतीय महिलाएं भी पूरे रीति-रिवाज से यह त्योहार मनाती हैं.
10 अक्टूबर की रात जब चांद आसमान में झिलमिलाएगा, तब हर सुहागिन के चेहरे पर मुस्कान और आंखों में अपने जीवनसाथी के लिए दुआ होगी, यही है करवा चौथ का असली सार.
आज की पीढ़ी की महिलाएं भी करवा चौथ को पूरे उत्साह से मनाती हैं. सोशल मीडिया पर #KarwaChauth सेलिब्रेशन की झलक हर जगह देखने को मिलती है. कई महिलाएं ऑफिस या विदेश में रहते हुए भी ऑनलाइन पूजा में शामिल होकर इस व्रत की पवित्रता बनाए रखती हैं.
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