घुटनों का दर्द बढ़ती उम्र के साथ आम समस्या बनता जा रहा है. पर आजकल की जीवनशैली में कम उम्र में भी यह परेशानी तेजी से बढ़ रही है. बार-बार उठने-बैठने, चलने में तकलीफ और सूजन जैसी समस्याएं आपको परेशान करती हैं तो घरेलू आयुर्वेदिक तेल एक कारगर उपाय हो सकते हैं. रसोई में मौजूद आम चीजों से बने ये तेल दादी-नानी के आजमाए नुस्खों पर आधारित हैं. इसी कड़ी में आइए जानते हैं ऐसे ही तीन असरदार तेलों के बारे में.
घुटनों या जोड़ों में सूजन, जकड़न और दर्द की समस्या हो तो लहसुन के साथ बना सरसों का तेल बेहद असरदार होता है. लहसुन में मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने में मदद करते हैं, वहीं सरसों का तेल खून के प्रवाह को बेहतर बनाता है. इसे तैयार करने के लिए 1 कप सरसों के तेल में 10 से 12 लहसुन की कलियां डालें और धीमी आंच पर तब तक पकाएं जब तक लहसुन सुनहरा न हो जाए. ठंडा होने के बाद इसे छानकर किसी एयरटाइट बोतल में भर लें. रात को सोने से पहले इस तेल को हल्का गुनगुना करके रोज मालिश करें.
बढ़ती उम्र के साथ गठिया और जोड़ों के दर्द की समस्या आम हो जाती है. ऐसे में मेथी वाला तेल काफी फायदेमंद है. मेथी में प्राकृतिक दर्द निवारक (पेन किलर) तत्व पाए जाते हैं, जो सूजन कम करने में सहायक होते हैं. इसे बनाने के लिए आधा कप सरसों के तेल में दो चम्मच क्रश की हुई मेथी डालें और हल्की आंच पर पकाएं. जब मेथी का रंग थोड़ा गहरा हो जाए तो गैस बंद कर दें और तेल को छानकर स्टोर कर लें. रोजाना 1–2 बार इस तेल से मालिश करने से पुराने दर्द में आराम मिल सकता है.
अगर आप ऐसा तेल चाहते हैं जो गहराई तक असर करे, तो तिल और अजवाइन का तेल एक बेहतरीन विकल्प है. तिल का तेल कैल्शियम से भरपूर होता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है, वहीं अजवाइन गर्म तासीर वाली होती है जो दर्द और सूजन को कम करती है. इसे बनाने के लिए आधा कप तिल के तेल में एक चम्मच अजवाइन डालें और धीमी आंच पर पकाएं. जब अच्छी खुशबू आने लगे और अजवाइन हल्की भूरी हो जाए, तो गैस बंद कर दें. तेल को छान लें और हल्का गर्म करके इससे मसाज करें. बेहतर असर के लिए बाद में गर्म कपड़े से सेंक भी करें.
इन सभी तेलों से रोजाना मालिश करने से घुटनों के दर्द में आराम पाया जा सकता है, लेकिन अगर दर्द लंबे समय से बना हुआ है या बढ़ रहा है, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें. ये आयुर्वेदिक नुस्खे सहायक उपचार हैं, लेकिन गंभीर मामलों में विशेषज्ञ चिकित्सा जरूरी होती है.
(Disclaimer: यह स्टोरी सामान्य जानकारियों पर आधारित है. किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या में विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.)
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