पेशाब से आंख धोने का ट्यूटोरियल! महिला ने उड़ा दी मेडिकल साइंस की धज्जियां, Video

पुणे की महिला नुपुर पिट्टी ने सोशल मीडिया पर 'यूरीन आई वॉश' का वीडियो शेयर कर मेडिकल एक्सपर्ट्स को चौंका दिया. डॉक्टरों ने इसे खतरनाक और गैर-वैज्ञानिक करार दिया. इंटरनेट पर इसे लेकर भारी विरोध और ट्रोलिंग हो रही है.

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आज की सोशल मीडिया की दुनिया में अगर आप वायरल होना चाहते हैं, तो तथ्यों से ज्यादा फर्जी और चौंकाने वाली बातें आपकी मदद करेंगी. पुणे की एक महिला नुपुर पिट्टी ने यही रास्ता चुना और इंटरनेट पर बवाल मचा दिया. खुद को एंकर, कॉरपोरेट ट्रेनर, लाइफ कोच और ‘चक्र हीलिंग एक्सपर्ट’ बताने वाली नुपुर का एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ जिसने मेडिकल जगत को सकते में डाल दिया. 'यूरीन आई वॉश ट्यूटोरियल'!

क्या है 'यूरीन आई वॉश' ट्यूटोरियल? अब डिलीट हो चुके वीडियो में नुपुर पिट्टी ने सुबह के पेशाब से आंखें धोने की पांच-स्टेप प्रक्रिया बताई थी. वीडियो में उन्होंने कहा कि पहले मिड-स्ट्रीम यूरीन इकट्ठा करें, उसे दो छोटे शॉट ग्लास में डालें, उन ग्लासेस को आंखों पर रखें, 4-5 मिनट तक झपकते रहें, फिर आंखों को गर्म तौलिये से पोंछें और अंत में आंखों पर हाथ रखकर "ऊर्जा ट्रांसफर" करें.

जान का खतरा, आंखों का नाश

डॉ. अजय राणा (ILAMED) ने NDTV को बताया, 'सुबह के पेशाब से आंखें धोने की कोई वैज्ञानिक या मेडिकल मान्यता नहीं है. यह तरीका खतरनाक है, वो बताते हैं कि यूरीन से आंखों में जलन और संक्रमण हो सकता है. रासायनिक जलन की आशंका है, गुलाबी आंख (कंजक्टिवाइटिस) जैसी बीमारियां हो सकती हैं.'

डर्मटोलॉजिस्ट्स भी बोले-'पेशाब स्किनकेयर नहीं है' डॉ. गरिमा त्यागी (SENS Clinics) ने बताया कि यूरीन स्किन के लिए भी सुरक्षित नहीं है. “अगर स्किन पहले से इरिटेटेड है, तो यूरीन से बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा और बढ़ जाता है.” वो कहती हैं कि लैब में बनी यूरिया क्रीम अलग होती है, लेकिन पूरी यूरीन चेहरे पर लगाना न तो सुरक्षित है, न ही साफ-सुथरा।

‘लिवर डॉक्टर’ की दो टूक-“बूमर आंटियां इंस्टाग्राम पर कूल बनने की कोशिश न करें”प्रसिद्ध हेपेटोलॉजिस्ट डॉ. सायरैक एबी फिलिप्स (Liver Doc) ने इस वीडियो की तीखी आलोचना करते हुए लिखा कि कृपया अपनी आंखों में यूरीन न डालें. यह स्टेराइल नहीं होता. ये ट्रेंड डरावना और डिप्रेसिंग है. इंटरनेट पर इस वीडियो को लेकर जबरदस्त विरोध देखा गया। कई लोगों ने इसे "खतरनाक ट्रेंड", "बेवकूफी की हद" और "फॉलोअर्स के लिए फर्जीपना" बताया.