सुनिए ज़रा ध्यान से! 2025-26 के नए बजट साल में पंजाब की भगवंत मान सरकार ने ऐसा फैसला लिया है जो गरीब बाप की आँखों में आंसू ले आया है – लेकिन इस बार ये आंसू दुःख के नहीं, खुशी के हैं! ‘आशीर्वाद योजना’ के नाम पर सरकार ने पूरे राज्य के 3207 जरूरतमंद परिवारों को एक झटके में ₹16.36 करोड़ की रकम ट्रांसफर कर दी, सीधा बैंक अकाउंट में! और ये सब हुआ बिना किसी दलाल, बिचौलिए या फाइल घिसाई के!
इस स्कीम के ज़रिए बरनाला से लेकर बठिंडा, जालंधर से पठानकोट तक – पंजाब के हर कोने में गरीब और पिछड़े परिवारों की बेटियों के ब्याह में सरकार बनी सहारा.
पटियाला में सबसे ज्यादा 616 परिवारों को मिला सीधा लाभ. होशियारपुर के 602 और संगरूर के 288 परिवारों को मिला बड़ा सपोर्ट. कुल मिलाकर 18 जिलों के हजारों परिवारों को मिली राहत.
जिनकी सालाना इनकम ₹32,790 से कम है. जो पंजाब के स्थायी निवासी हैं. जो SC, BC या आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आते हैं. और जिनके घर में दो बेटियां हैं. हर बेटी के विवाह पर मिलेगा ₹51,000 का सरकारी ‘आशीर्वाद’ – और वो भी सीधा बैंक अकाउंट में, बिना चक्कर काटे.
“यह सिर्फ योजना नहीं, गरीबी के खिलाफ जंग है! हम बेटियों को बोझ नहीं, देश का भविष्य मानते हैं. मान सरकार हर वर्ग को ताकतवर बनाने के लिए दिन-रात एक कर रही है.” जब देश के कई राज्यों में सिर्फ घोषणाएं होती हैं, पंजाब में सच में आशीर्वाद बरस रहा है. ये स्कीम सिर्फ मदद नहीं- गरीब की इज्जत बचाने की कोशिश है, बेटी के ब्याह में पिता का सर झुकने से बचाने का जज्बा है.
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