दिल्ली-नोएडा मेट्रो स्काईवॉक: अब नवंबर के बाद खुलेगा, जानिए क्या है खासियत

दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाला स्काईवॉक अब नवंबर 2025 के बाद आम जनता के लिए खोला जाएगा। पहले इसे 2 अक्टूबर को शुरू करने की योजना थी, लेकिन काम पूरा न होने से देरी हो गई।

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दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाला स्काईवॉक लंबे इंतजार के बाद अब नवंबर 2025 के बाद आम जनता के लिए खोला जाएगा। पहले इसे 2 अक्टूबर को खोलने की योजना थी, लेकिन कुछ तकनीकी काम अधूरे रह जाने के कारण यह समय पर शुरू नहीं हो सका। रोजाना इस रूट से सफर करने वाले यात्रियों के मन में सवाल था कि आखिर स्काईवॉक कब खुलेगा — अब नोएडा अथॉरिटी ने इसका जवाब दे दिया है।

काम नवंबर तक पूरा होगा

नोएडा अथॉरिटी की ओर से जारी पत्र में बताया गया है कि नोएडा सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन से सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन को जोड़ने वाला स्काईवॉक निर्माणाधीन है। यह काम 15 नवंबर 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। उसके बाद इसे आम लोगों के लिए खोला जाएगा ताकि यात्रियों को दोनों मेट्रो लाइनों के बीच आसानी से सफर करने की सुविधा मिल सके।

शिकायत पर मिला जवाब

दरअसल, विपुल गर्ग नाम के एक व्यक्ति ने आईजीआरएस (Integrated Grievance Redressal System) पोर्टल पर शिकायत की थी कि स्काईवॉक अभी तक शुरू क्यों नहीं हुआ और इसमें देरी की जांच क्यों नहीं की जा रही। इस पर नोएडा अथॉरिटी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि काम लगभग पूरा हो चुका है और सिर्फ कुछ फिनिशिंग का कार्य बाकी है।

स्काईवॉक की खासियतें

यह स्काईवॉक 420 मीटर लंबा और 5 मीटर चौड़ा है। इसे पूरी तरह एयर कंडीशंड (AC) बनाया गया है ताकि यात्रियों को गर्मी या ठंड में परेशानी न हो।

इसमें मूविंग वॉकवे (ट्रैवेलटर) लगाए गए हैं, जो लगभग 0.5 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से चलते हैं।

इसके अलावा लिफ्ट की सुविधा भी दी गई है ताकि वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग यात्रियों को कोई परेशानी न हो।

इस स्काईवॉक को बनाने में कुल 40 करोड़ रुपये की लागत आई है।

यात्रियों को क्या फायदा मिलेगा?

इस स्काईवॉक के शुरू होने के बाद यात्रियों को अब दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन और नोएडा मेट्रो की एक्वा लाइन के बीच ट्रांसफर करने के लिए बाहर नहीं निकलना पड़ेगा। इससे न केवल समय बचेगा, बल्कि यात्रियों को दोबारा टिकट लेने या लंबा रास्ता तय करने की झंझट से भी छुटकारा मिलेगा।