भारतीय टेस्ट क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी और पूर्व कप्तान रोहित शर्मा के संन्यास को लेकर चल रही तमाम अटकलों पर अब विराम लग गया है. भारत-ऑस्ट्रेलिया बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के दौरान भारतीय पुरुष टीम के मैनेजर रहे जयदेव शाह ने खुलासा किया है कि रोहित ने खुद के फैसले से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था. शाह के इस बयान से उन चर्चाओं पर भी विराम लगता है जिनमें दावा किया जा रहा था कि बीसीसीआई के दबाव में रोहित ने यह निर्णय लिया.
जयदेव शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि रोहित को सिडनी में खेले गए पांचवें टेस्ट मैच से बाहर कर दिया गया था. उस समय रोहित ने खुद कहा था कि उन्होंने फॉर्म में नहीं होने के चलते एक कदम पीछे लिया है. हालांकि शाह ने यह भी बताया कि बीसीसीआई भविष्य की योजना बना रही थी और उसका मानना था कि रोहित अगले दो साल टेस्ट क्रिकेट में खुद को नहीं संभाल पाएंगे. साथ ही रोहित भी चाहते थे कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अगले चक्र के लिए नई प्रतिभाओं को मौका मिले.
जयदेव शाह ने 'वॉयसेज़ ऑफ इम्पैक्ट विद अर्जुन मिरानी' नामक पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान कहा, 'उनका बच्चा हुआ था, वह वापस आए और रन नहीं बना पाए। ठीक है, वह फॉर्म में नहीं थे. उन्हें आखिरी टेस्ट से बाहर कर दिया गया था, लेकिन फिर उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी जीत ली. मुझे लगता है कि उन्हें लगा कि अब उन्हें रेड बॉल से ज़्यादा व्हाइट बॉल क्रिकेट खेलना चाहिए और किसी और खिलाड़ी को मौका देना चाहिए. शाह ने आगे कहा कि बोर्ड भी अगले दो सालों की योजना बना रहा था और यह मान रहा था कि रोहित अब उस स्तर पर प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे.
“मुझे लगता है कि बोर्ड चीज़ों को इस तरह देख रहा था कि हमें अगली चैंपियनशिप के लिए अपनी टीम तैयार करनी है. वह एक दो साल का चक्र होता है, इसलिए बेहतर है कि नए खिलाड़ी सेट हो जाएं और वहां तक पहुंचें. रोहित शर्मा ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खत्म होने के तुरंत बाद संन्यास का ऐलान नहीं किया था. उन्होंने मई में अपने टेस्ट करियर से संन्यास लेने की घोषणा की, जब इंग्लैंड के खिलाफ चल रही एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के लिए टीम का चयन होने वाला था.
शाह ने रोहित के संन्यास को उनके दूरदर्शी निर्णय के रूप में बताया और कहा और ऐसा नहीं लग रहा था कि रोहित दो साल और इसे संभाल पाएंगे. उन्हें चोट भी लगी थी, जिस वजह से उन्होंने कुछ आईपीएल मैच भी नहीं खेले. मुझे लगता है यही सोचकर उन्होंने टीम के विकास के लिए जगह छोड़ी. इतने बड़े फैसले बड़े लोग ही लेते हैं.
रोहित शर्मा के संन्यास के बाद बीसीसीआई ने शुभमन गिल को इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए कप्तान नियुक्त किया. मौजूदा स्थिति में भारतीय टीम पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से पीछे चल रही है और फाइनल टेस्ट लंदन के ओवल में खेला जा रहा है.
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