उपराष्ट्रपति चुनाव में अब एक महीने से भी कम समय बचा है। भाजपा अपने उम्मीदवार का नाम तय करने में जुटी हुई है। पार्टी के अंदर कई नामों पर चर्चा हो रही है। इनमें दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना और बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
इसके अलावा, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी संभावित उम्मीदवारों की सूची में हैं। साथ ही, आरएसएस के विचारक शेषाद्रि चारी और मौजूदा राज्यसभा उपसभापति हरिवंश के नाम पर भी विचार किया जा रहा है।
21 जुलाई को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अचानक इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने स्वास्थ्य कारण बताए, लेकिन सूत्रों का कहना है कि असली वजह सरकार के साथ बढ़ते मतभेद थे। कहा जा रहा है कि उन्होंने कई फैसले सरकार को बताए बिना लेने शुरू कर दिए थे। खासकर जब उन्होंने जज यशवंत वर्मा के महाभियोग पर सरकार के रुख से सहमत होने से मना कर दिया, तब विवाद और गहरा गया। उनका कार्यकाल अगस्त 2027 तक था, लेकिन इस्तीफे से पद खाली हो गया।
अब भाजपा यह सुनिश्चित करना चाहती है कि नया उपराष्ट्रपति ऐसा हो जो पार्टी और आरएसएस की विचारधारा से जुड़ा रहे। इसलिए उम्मीदवार का चयन बेहद सोच-समझकर किया जा रहा है।
भाजपा नेतृत्व (मोदी और नड्डा) को एनडीए की ओर से उम्मीदवार चुनने का अधिकार मिल चुका है। अगले हफ्ते भाजपा अपने नेताओं और सहयोगियों के साथ बड़ी बैठक करने वाली है। यह बैठक शक्ति प्रदर्शन भी होगी। वैसे भी उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की स्थिति मजबूत मानी जा रही है।
संसद का मानसून सत्र भी चल रहा है। सभी एनडीए सांसदों को संसदीय दल की बैठक के लिए बुलाया गया है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी खुद संबोधित कर सकते हैं।
उपराष्ट्रपति चुनाव कैसे होता है?
लोकसभा और राज्यसभा के सांसद वोट देते हैं।
राज्यसभा के नामित सदस्य भी मतदान कर सकते हैं।
उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिए, कम से कम 35 साल की उम्र पूरी होनी चाहिए और राज्यसभा सदस्य बनने के योग्य होना चाहिए।
सरकारी या किसी लाभ के पद पर बैठे व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकते।
यदि चुनाव बीच में हो, तो नया उपराष्ट्रपति पूरे पाँच साल के लिए चुना जाता है।
Copyright © 2025 The Samachaar
