एयर इंडिया के विमान हादसे के एक दिन बाद, जिसमें 241 लोगों की मौत हो गई। एकमात्र जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश ने अपनी आपबीती मीडिया को सुनाई। 40 साल के विश्वास ब्रिटेन के नागरिक हैं और फिलहाल अहमदाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती हैं।
विश्वास फ्लाइट में इकोनॉमी क्लास की सीट 11A पर बैठे थे, जो आपातकालीन दरवाजे के पास थी। उन्होंने बताया कि: “जैसे ही प्लेन ने उड़ान भरी, 5-10 सेकंड बाद ऐसा लगा जैसे प्लेन रुक गया हो। अचानक हरे और सफेद रंग की लाइटें टिमटिमाने लगीं और विमान जमीन से टकरा गया।”
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें आज भी यकीन नहीं हो रहा कि वे जिंदा हैं। “जब आंखें खुलीं तो चारों तरफ लाशें थीं। मुझसे कुछ ही दूरी पर दो यात्री और एक एयर होस्टेस की मौत हो चुकी थी।”
विश्वास ने बताया कि जिस तरफ वे बैठे थे, वो हिस्सा जमीन पर रहा जबकि प्लेन का बाकी हिस्सा इमारत से टकराकर छत पर गिर गया। उन्हें एक निकास द्वार दिखा, जिससे वह बाहर निकलने में सफल रहे। हादसे के दौरान उनका बायां हाथ जल गया लेकिन उनकी जान बच गई।
प्लेन में कुल 242 लोग थे – 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर।
169 भारतीय
53 ब्रिटिश
7 पुर्तगाली
1 कनाडाई नागरिक शामिल थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अहमदाबाद सिविल अस्पताल पहुंचे और विश्वास से मुलाकात की। उन्होंने उनका हालचाल जाना और हादसे के बारे में जानकारी ली। इससे पहले पीएम मोदी ने घटनास्थल का भी दौरा किया और बचाव कार्यों की समीक्षा की।
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