गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) की नई दरों का असर अब खेल जगत, खासकर क्रिकेट पर भी दिखने जा रहा हैc केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में 3 सितंबर को हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में एक बड़ा फैसला लिया गया. इस फैसले के तहत इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) मैचों के टिकट पर जीएसटी दरों को बढ़ा दिया गया है.
बैठक में तय हुआ कि अब आईपीएल मैचों के टिकट पर 40% जीएसटी लगाया जाएगा. अभी तक यह टैक्स 28% था. यानी फैंस को अब 12 प्रतिशत ज्यादा टैक्स देना होगा.
उदाहरण के लिए, अगर कोई फैन 1000 रुपये का टिकट खरीदता है तो पहले उसे 1280 रुपये चुकाने पड़ते थे. लेकिन नई दरों के हिसाब से अब वही टिकट 1400 रुपये में पड़ेगा. इसी तरह, 2000 रुपये की टिकट पर अब 800 रुपये का टैक्स लगेगा और कुल कीमत 2800 रुपये हो जाएगी. इस बढ़ोतरी से क्रिकेट प्रेमियों पर सीधा असर होगा.
नई दरें IPL 2026 सीज़न से लागू होंगी. माना जा रहा है कि अगर आयोजकों ने टिकट की बेसिक कीमत नहीं घटाई तो स्टेडियम में दर्शकों की संख्या कम हो सकती है. हालांकि, भारत में क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं बल्कि त्योहार की तरह मनाया जाता है. IPL के मैचों में टिकटों की डिमांड हमेशा ऊंची रहती है. अब देखने वाली बात यह होगी कि फैंस नई दरों के बावजूद टिकट खरीदने के लिए उतने ही उत्साहित रहते हैं या नहीं.
दिलचस्प बात यह है कि यह बदलाव केवल आईपीएल तक सीमित है. राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मान्यता प्राप्त टूर्नामेंट की टिकटों पर जीएसटी दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. 500 रुपये तक की टिकट पर कोई टैक्स नहीं लगेगा और 500 रुपये से ऊपर की टिकटों पर पहले की तरह 18% जीएसटी ही लागू रहेगा.
सरकार का मानना है कि लग्जरी और एंटरटेनमेंट कैटेगरी में आने वाले आयोजनों से ज्यादा टैक्स वसूला जाना चाहिए, ताकि राजस्व में इजाफा हो सके. वहीं, आम खेल आयोजनों को इससे बाहर रखा गया है, जिससे आम जनता पर अतिरिक्त बोझ न पड़े.
कुल मिलाकर, जीएसटी सुधारों का यह फैसला क्रिकेट फैंस के लिए झटका साबित हो सकता है. जहां IPL को देखने का रोमांच हर साल बढ़ता है, वहीं अब इस रोमांच की कीमत भी जेब से ज्यादा चुकानी होगी.
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