राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के भीतर पारिवारिक और राजनीतिक टकराव अब खुलकर सामने आ गया है। पार्टी से निष्कासित किए जाने और पिता लालू प्रसाद यादव द्वारा सार्वजनिक रूप से त्यागे जाने के बाद तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया पर भावनात्मक संदेश साझा किया है। उन्होंने अपने भाई तेजस्वी यादव के लिए प्यार और समर्थन जताते हुए विरोधियों को निशाना भी बनाया।
तेज प्रताप यादव को हाल ही में पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। उन पर परिवार के सिद्धांतों और नैतिक मूल्यों की अनदेखी करने का आरोप लगाया गया। इस फैसले के बाद तेज प्रताप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर भावुक संदेश साझा किया। उन्होंने अपने भाई तेजस्वी यादव को "अर्जुन" बताया और खुद को "कृष्ण" की तरह उनके साथ खड़ा बताया।
तेज प्रताप ने लिखा कि लोग उन्हें और तेजस्वी को अलग करना चाहते हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं होगा। उन्होंने कहा, "आप कृष्ण की सेना ले सकते हैं, लेकिन कृष्ण को नहीं।"
तेज प्रताप ने अपने माता-पिता लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी से भी अपील की कि वे उनसे प्यार और विश्वास न खोएं। उन्होंने कहा कि पार्टी में कुछ लोग उनके खिलाफ साजिश कर रहे हैं।
इस विवाद की शुरुआत एक पुराने रिश्ते को लेकर तेज प्रताप द्वारा की गई एक फेसबुक पोस्ट से हुई थी, जिसे उन्होंने बाद में "हैकिंग" का नतीजा बताया। इस पोस्ट के चलते उनका वैवाहिक विवाद भी फिर से चर्चा में आ गया।
लालू यादव ने तेज प्रताप के सार्वजनिक आचरण और व्यवहार को पार्टी की छवि के लिए नुकसानदायक बताया और उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया।
वहीं तेजस्वी यादव ने इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि पार्टी और परिवार के नियम सबके लिए एक जैसे हैं, और निजी जीवन तथा राजनीति को अलग-अलग रखना जरूरी है।
यह विवाद ऐसे समय पर सामने आया है जब बिहार में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, और राजद के लिए यह संकट पार्टी की छवि पर असर डाल सकता है।
Copyright © 2025 The Samachaar
