बिहार की सियासत में इन दिनों बयानबाज़ी का पारा चढ़ा हुआ है. लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने मुंगेर में आयोजित एक बड़ी रैली के दौरान ऐसा सनसनीखेज दावा किया है, जिससे राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है. उन्होंने कहा कि उन्हें बम से उड़ाने की साजिश की जा रही है, ताकि उनका “बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट” एजेंडा पूरी तरह खत्म हो जाए.
चिराग ने भावुक अंदाज़ में कहा, “मैं रामविलास पासवान का बेटा हूं, शेर का बेटा हूं. न मैं डरता हूं, न झुकता हूं और न ही टूटता हूं." उन्होंने बताया कि पहले उनके परिवार, फिर उनकी पार्टी और अब उन्हें खुद निशाना बनाया जा रहा है. हाल ही में एक इंस्टाग्राम चैट में उन्हें धमकी दी गई, जिसकी जांच भी शुरू हो चुकी है.
इस रैली के दौरान चिराग ने साफ तौर पर कहा कि कुछ शक्तियां "बिहारी फर्स्ट" के विज़न को कुचलना चाहती हैं. उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे बिहार के लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटकर उन्हें कमजोर बनाना चाहते हैं. "जिस दिन बिहार एक हो गया, जात-पात से ऊपर उठ गया, उस दिन ये राज्य देश को रास्ता दिखाएगा," उन्होंने कहा.
अपने भाषण में चिराग पासवान ने राजद (राष्ट्रीय जनता दल) को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि 1990 के दशक में गलत नेतृत्व के कारण बिहार विकास की दौड़ में पिछड़ गया. जो लोग आज सत्ता के लिए जनता को जात-पात में बांट रहे हैं, वही लोग तब राज्य को पीछे ले गए थे.
उन्होंने राज्य में बेरोजगारी और युवाओं के पलायन की गंभीर समस्या को भी उठाया. चिराग बोले, “बिहार का नौजवान आज भी रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में पलायन करने को मजबूर है." उन्होंने कहा कि अगर आज ये हालात नहीं बदले, तो अगली पीढ़ी भी बिहार छोड़कर बाहर बस जाएगी.
इस नव संकल्प रैली में चिराग के साथ उनके जीजा और जमुई से सांसद अरुण भारती और समस्तीपुर से सांसद शांभवी चौधरी भी मौजूद रहीं.
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