Dhanteras 2025 Upay : धनतेरस पर इन अचूक उपायों से जागेगी किस्मत, छप्परफाड़ बरसेगा धन!

Dhanteras 2025 : धनतेरस पर लक्ष्मी, कुबेर व धन्वंतरि की पूजा कर चांदी का सिक्का, झाड़ू, कौड़ियां व धनिया जैसे उपाय करें। ये टोटके सुख-समृद्धि व धन वृद्धि के लिए शुभ माने जाते हैं.

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Dhanteras 2025 : धनतेरस, दीपावली महोत्सव का पहला दिन होता है, जिसे विशेष रूप से धन के देवता कुबेर, आयुर्वेदाचार्य भगवान धन्वंतरि और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए मनाया जाता है. यह दिन न केवल नए सामान की खरीदारी के लिए शुभ माना जाता है, बल्कि कुछ विशेष आध्यात्मिक उपायों के लिए भी बेहद फलदायी माना गया है. मान्यता है कि धनतेरस की रात किए गए कुछ टोटके व्यक्ति के जीवन में स्थायी समृद्धि और धन का प्रवाह लाते हैं.

तिजोरी में रखें चांदी का सिक्का: स्थायी लक्ष्मी का वास

धनतेरस की रात को महालक्ष्मी पूजन के बाद एक शुद्ध चांदी का सिक्का लेकर उसे तिजोरी या जहां घर में धन रखा जाता है, वहां श्रद्धा से रखें। ऐसा माना जाता है कि यह उपाय आर्थिक स्थिरता प्रदान करता है और माता लक्ष्मी का वास घर में स्थायी रूप से होता है.

द्वार पर दीपक जलाएं: दूर करें नकारात्मकता

धनतेरस की रात को मुख्य द्वार पर दो दीपक जलाएं — एक दीपक दक्षिण दिशा में और दूसरा पूर्व दिशा में रखें. ये दीपक न केवल अंधकार मिटाते हैं, बल्कि घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मक ऊर्जा के मार्ग खोलते हैं. इससे घर का वातावरण पवित्र और शांत रहता है.

गुड़ और धनिया का चमत्कारी प्रयोग

पूजन के दौरान गुड़ और धनिया के बीज भगवान को अर्पित करें. पूजा के बाद धनिया के बीजों को घर की तिजोरी में रखें. मान्यता है कि यह उपाय पूरे वर्ष धन की कमी नहीं होने देता और आर्थिक संकटों से रक्षा करता है.

नई झाड़ू खरीदें और छुपाकर रखें

धनतेरस के दिन एक नई झाड़ू अवश्य खरीदें और उसे घर में किसी पवित्र स्थान पर छिपाकर रख दें. दीपावली के बाद इसका प्रयोग करना शुभ माना जाता है. यह दरिद्रता दूर करने और घर में सुख-शांति बनाए रखने का उपाय माना गया है.

नौ पीली कौड़ियां: धन वृद्धि का प्रतीक

धनतेरस की पूजा में नौ पीली कौड़ियां रखें और महालक्ष्मी मंत्र का जप करें. पूजा के बाद इन कौड़ियों को एक लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या पवित्र स्थान पर रख दें. यह उपाय धन वृद्धि और व्यापार में सफलता दिलाने वाला माना गया है.

विशेष सुझाव: श्रद्धा और सकारात्मक सोच रखें

धनतेरस की रात इन उपायों को करते समय मन में श्रद्धा, विश्वास और सकारात्मक सोच अवश्य रखें. याद रखें, कोई भी उपाय अंधविश्वास नहीं, बल्कि आस्था और ऊर्जा के संतुलन का माध्यम होता है. इन टोटकों को केवल एक धार्मिक कृत्य नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक प्रक्रिया मानकर करें.