मेटा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में एक बड़ा कदम उठाते हुए V-JEPA 2. नामक नया मॉडल लॉन्च किया है. इस मॉडल की खासियत यह है कि यह इंसानों की तरह सोचकर भविष्यवाणी कर सकता है. यानी यह AI अब सिर्फ कमांड नहीं मानेगा, बल्कि अपने आस-पास के माहौल को समझेगा, विश्लेषण करेगा और आगे की योजना भी बना सकेगा.
V-JEPA 2 मॉडल को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह AI एजेंट्स को इंसानों जैसी सोच और व्यवहार की क्षमता देता है. जैसे हम कोई काम करने से पहले सोचते हैं कि उसका क्या परिणाम होगा, वैसे ही यह AI भी वीडियो देखकर अनुमान लगा सकता है कि कोई वस्तु या गतिविधि आगे कैसे बदलेगी. यह समझ विकसित करने के लिए इसे 10 लाख घंटे से ज्यादा वीडियो फुटेज पर प्रशिक्षित किया गया है.
V-JEPA 2 यानी Video Joint Embedding Predictive Architecture 2, एक ऐसा मॉडल है जो चीजों की गति, उनके आपसी क्रिया-प्रतिक्रिया और परिणामों की भविष्यवाणी कर सकता है. उदाहरण के तौर पर, अगर कोई टेनिस बॉल हवा में फेंके, तो यह AI मॉडल जान सकता है कि वह वापस नीचे गिरेगी. इसका मतलब है कि यह भौतिक दुनिया का मेंटल मैप तैयार करता है—जो अब तक AI के लिए मुश्किल काम था.
यह नया मॉडल अपने पहले संस्करण V-JEPA से काफी उन्नत है. इसमें 1.2 बिलियन पैरामीटर्स हैं जो इसे अधिक डेटा प्रोसेसिंग और निर्णय क्षमता प्रदान करते हैं. अब यह न केवल इमेज या ऑर्डर समझता है, बल्कि खुद से निर्णय भी ले सकता है—जैसे एक अनजान जगह में रोबोट का सही रास्ता चुनना, या ऐसी चीज़ों को पहचानना जिन्हें उसने पहले कभी नहीं देखा.
मेटा ने दावा किया है कि उन्होंने इस मॉडल को रोबोट्स में इस्तेमाल कर टेस्टिंग की है. नतीजा? रोबोट्स ने पहली बार देखे गए ऑब्जेक्ट्स को उठाना और उन्हें नई जगहों पर रखना सीख लिया. यानी अब AI सिर्फ वर्चुअल नहीं, बल्कि वास्तविक दुनिया में भी बुद्धिमानी से फैसले लेने में सक्षम हो रहा है.
V-JEPA 2, मेटा की ओर से AI की नई क्रांति है, जो मशीनों को इंसानों की तरह देखने, सोचने और प्रतिक्रिया करने में सक्षम बनाती है. यह मॉडल न केवल तकनीक की दुनिया में गेम-चेंजर हो सकता है, बल्कि भविष्य में रोबोटिक्स, ऑटोमेशन और स्मार्ट एजेंट्स के लिए एक नई दिशा तय कर सकता है.
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