बसपा सुप्रीमो मायावती एक बार फिर सियासी मोर्चे पर सक्रिय हो गई हैं. महारैली के बाद उन्होंने विरोधियों को जवाब देने के लिए बड़ा मास्टर प्लान तैयार कर लिया है. आज उन्होंने OBC भाईचारा संगठन की अहम बैठक बुलाई, जिसमें पार्टी के जिलास्तरीय पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल रहे. बैठक का फोकस था — संगठन की मजबूती, जनाधार बढ़ाना और 2027 के चुनाव की तैयारी.
मायावती ने इस बैठक में साफ संकेत दिए कि अब पार्टी अखिलेश यादव के OBC वोटबैंक में सेंध लगाने की रणनीति पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर सक्रिय रहना ही BSP की असली ताकत है. हर जिले से प्रगति रिपोर्ट मंगाई गई और कार्यकर्ताओं को नए दिशा-निर्देश दिए गए.
बैठक में मायावती ने SIR (Structured Internal Review) की अहमियत समझाई. उन्होंने कहा कि संगठन की मजबूती के लिए हर स्तर पर ईमानदारी से समीक्षा जरूरी है. इसके साथ ही पार्टी फंडिंग को लेकर भी स्पष्ट दिशा दी — हर कार्यकर्ता को संगठन के आर्थिक सहयोग में सक्रिय भूमिका निभानी होगी.
मायावती ने कहा कि हर नागरिक का वोट डालना संवैधानिक जिम्मेदारी है. उन्होंने निर्देश दिया कि कोई भी पात्र व्यक्ति वोटर लिस्ट से छूटे नहीं. इसी कारण पार्टी की मासिक बैठक, जो पहले 10 नवंबर को प्रस्तावित थी, अब 1 नवंबर को ही रखी गई है. BSP चाहती है कि 2027 तक हर समर्थक का नाम मतदाता सूची में हो.
मायावती ने कार्यकर्ताओं से कहा — “जो जल्दी और ईमानदारी से संगठन के लिए काम करेगा, सत्ता की मास्टर चाबी उसी को मिलेगी.” उन्होंने स्पष्ट किया कि BSP में मेहनत और निष्ठा का ही इनाम मिलेगा.
मायावती ने बामसेफ संगठन को लेकर फैली गलतफहमियों पर भी बात की. उन्होंने कहा कि बामसेफ कोई राजनीतिक संगठन नहीं, बल्कि बहुजन समाज के शिक्षित वर्ग का सामाजिक मंच है. उन्होंने चेताया कि “रजिस्टर्ड बामसेफ” नाम से चल रहे संगठन असली नहीं हैं, और पार्टी को उनसे सतर्क रहना चाहिए.
मायावती ने कहा कि अब अपरकास्ट समाज राजनीतिक रूप से जागरूक हो चुका है, इसलिए उसे जोड़ने के लिए नया संगठन बनाने की जरूरत नहीं. यह वर्ग खुद BSP में अपना हित देखेगा.
अपने भाषण के अंत में मायावती ने कहा कि BSP किसी एक वर्ग की नहीं, बल्कि पूरे समाज की भलाई के लिए काम करती है. उन्होंने सभी पदाधिकारियों से अपील की कि वे गांव-गांव में पार्टी की विचारधारा पहुंचाएं, मतदाता जागरूकता बढ़ाएं और 2027 के चुनावों के लिए पूरी तैयारी में जुट जाएं.
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