पंजाब के वरिष्ठ नेता और शिरोमणि अकाली दल के बड़े चेहरे बिक्रम सिंह मजीठिया को एक बार फिर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उन्हें आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में मजीठिया की पेशी मोहाली की विशेष अदालत में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई। सुनवाई के बाद कोर्ट ने उनकी हिरासत बढ़ाने का आदेश दे दिया।
बिक्रम मजीठिया पर आरोप है कि उन्होंने अपनी घोषित आय से कहीं ज्यादा संपत्ति जमा कर रखी है। इस मामले की जांच पंजाब विजिलेंस ब्यूरो कर रहा है। जांच एजेंसियों का कहना है कि मजीठिया की कई संपत्तियां उनकी घोषित कमाई से मेल नहीं खातीं।
काफी लंबी जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो ने मजीठिया को कुछ समय पहले गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां पहले भी उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। पूछताछ के दौरान कुछ नई जानकारियां भी सामने आई हैं, जिनकी जांच अभी चल रही है।
मोहाली की विशेष अदालत में वीडियो कॉल के जरिए मजीठिया की पेशी हुई। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने उन्हें 14 दिन और जेल में रखने का आदेश दिया। यानी अब वे अगली पेशी तक जेल में ही रहेंगे।
फिलहाल अगली सुनवाई की तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन 14 दिन बाद मजीठिया को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा। विजिलेंस ब्यूरो तब तक जांच को आगे बढ़ाएगा और नई जानकारियों को अदालत के सामने रखेगा।
इस केस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं, क्योंकि मजीठिया पंजाब की राजनीति में एक बड़ा चेहरा हैं। अगर उन पर लगे आरोप सही साबित होते हैं, तो यह उनके राजनीतिक करियर के लिए बड़ा झटका हो सकता है।
Copyright © 2025 The Samachaar
