पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को लुधियाना स्थित बग्गा कलां और अखाड़ा कंप्रेस्ड बायोगैस (CBG) प्लांट्स को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने विशेषज्ञों की समिति को निर्देश दिए हैं कि इन परियोजनाओं की हर पहलू से विस्तृत जांच की जाए और ग्रामीणों की शंकाओं को प्राथमिकता से दूर किया जाए. सीएम ने कहा कि रिपोर्ट तय समयसीमा में पेश की जाए ताकि उस पर उचित कार्रवाई सुनिश्चित हो सके.
इसी के साथ चंडीगढ़ में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों से मुलाकात करते हुए मान ने पंजाब को टेक्नोलॉजी और नवाचार का केंद्र बनाने के अपने लक्ष्य को दोहराया. उन्होंने कहा कि मोहाली के आसपास एक समर्पित सेमीकंडक्टर पार्क स्थापित किया जाएगा ताकि राज्य को उच्च आर्थिक विकास की दिशा में अग्रसर किया जा सके.
सीएम भगवंत मान ने स्पष्ट किया कि पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, विभिन्न विश्वविद्यालयों और अन्य संबंधित विशेषज्ञों की एक समिति बनाई गई है. यह समिति बग्गा कलां और अखाड़ा में प्रस्तावित बायोगैस प्लांट्स से जुड़े हर मुद्दे की गहराई से जांच करेगी.
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों से संवाद करके उनकी आपत्तियों को गंभीरता से लिया जाएगा और रिपोर्ट एक निर्धारित समयसीमा के भीतर सरकार को सौंपी जाएगी. मान ने भरोसा दिलाया कि बिना ग्रामीणों के हितों की रक्षा किए कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. मुख्यमंत्री ने दोहराया कि राज्य सरकार प्रदूषण नियंत्रण के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसी भी प्रकार के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि जल और पर्यावरण की रक्षा के लिए सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है और नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. चंडीगढ़ में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री मान ने सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के दिग्गजों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि पंजाब में इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और सरकार इसका पूरा लाभ उठाना चाहती है.
मान ने भरोसा दिलाया कि उद्योग को सरकार की ओर से हर संभव समर्थन मिलेगा, जिसमें ‘इन्वेस्ट पंजाब’ के माध्यम से विशेष सहायता और मोहाली में सेमीकंडक्टर पार्क की स्थापना शामिल है. इस बैठक में कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा, इंडस्ट्रीज सेक्रेटरी केके यादव और इन्वेस्ट पंजाब के सीईओ अमित ढाका भी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि हम गांवों के लोगों की चिंताओं को गंभीरता से लेते हैं। जब तक उनकी सहमति और सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होती, कोई भी कदम नहीं उठाया जाएगा. हम पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और नियमों का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
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