उत्तरकाशी में बादल फटने से तबाही, कई गांव बहे, कई लोग लापता

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटने से अचानक बाढ़ और मलबा आ गया, जिससे कई घर, होटल और गांव बह गए। हादसे में कम से कम 50 लोगों के लापता होने की आशंका है।

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उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार को भारी तबाही मच गई जब धराली गांव के पास अचानक बादल फट गया। इस हादसे में कई गांव बह गए, भारी मलबा आया और पानी का बहाव इतना तेज था कि कई घर, दुकानें और होटल भी उसमें बह गए।

धराली गांव, जो कि प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हर्षिल से केवल 10 किलोमीटर दूर है, बाढ़ और मलबे से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लोगों का कहना है कि बादल फटने के तुरंत बाद भारी मलबा गांव की तरफ बहने लगा और किसी को संभलने का मौका नहीं मिला।

एक ग्रामीण राजेश पंवार ने बताया कि मलबे में करीब 10 से 12 लोग दबे हो सकते हैं और 20 से ज्यादा होटल और होमस्टे बह गए हैं। हादसे के तुरंत बाद सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया।

पुलिस के अनुसार, हर्षिल क्षेत्र की खीरगंगा नदी का जलस्तर अचानक बहुत बढ़ गया, जिससे चारों ओर पानी ही पानी फैल गया। उत्तराखंड पुलिस ने बताया कि आपातकालीन सेवाओं की टीमें लगातार खोज और राहत कार्य में लगी हुई हैं।

ज़िला अधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि अभी तक नुकसान का पूरा आंकलन नहीं किया जा सका है, लेकिन जो शुरुआती रिपोर्ट आ रही हैं, उनसे पता चलता है कि संपत्ति को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि गांव ऊंचाई पर था, लेकिन उस इलाके में होटल और दुकानों जैसी कई व्यावसायिक गतिविधियाँ थीं।

इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि उत्तराखंड में अगले कुछ दिनों में कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है। इससे स्थिति और खराब हो सकती है।

यह भी बताया जा रहा है कि हल्द्वानी और रुद्रप्रयाग में भी भारी बारिश से जानमाल का नुकसान हुआ है। भाखड़ा नदी में एक व्यक्ति बह गया और दो दुकानें मलबे में दब गईं।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी जिलों में जलभराव और बाढ़ से निपटने के लिए तैयारियां पूरी रखें और वैकल्पिक इंतज़ाम समय रहते कर लिए जाएं।

फिलहाल उत्तरकाशी में राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चल रहा है और लापता लोगों की तलाश जारी है। राज्य सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।