सुबह उठते ही पेट भारी और फूला हुआ महसूस होना एक आम समस्या बन गई है. अक्सर यह स्थिति गैस और ब्लोटिंग की वजह से होती है, जो सीधे तौर पर हमारी खानपान की आदतों और जीवनशैली से जुड़ी होती है. आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग न तो सही समय पर खाते हैं और न ही पचने वाला खाना चुनते हैं. नतीजा? पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस, कब्ज और भारीप.
अच्छी बात ये है कि आप बिना दवा के, केवल कुछ घरेलू उपायों और जीवनशैली में छोटे बदलावों से इस परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे…
गैस बनने की प्रक्रिया शरीर में स्वाभाविक होती है, लेकिन जब ये जरूरत से ज्यादा बनने लगे तो परेशानी पैदा करती है. जब हम ऐसे खाद्य पदार्थ खाते हैं जो आसानी से नहीं पचते- जैसे अधिक फाइबर, चीनी, स्टार्च और प्रोसेस्ड फूड तो ये तत्व बड़ी आंत में जाकर बैक्टीरिया द्वारा टूटते हैं और गैस बनती है.
गलत समय पर खाना, हैवी डिनर, कम पानी पीना और शारीरिक गतिविधि की कमी भी इस समस्या को बढ़ा देती है. इसके अलावा, कुछ लोग स्ट्रेस या चिंता की स्थिति में खाना खाते हैं, जिससे पाचन प्रणाली और बिगड़ जाती है.
अगर आप रोज सुबह पेट फूलने की समस्या से परेशान रहते हैं, तो खाली पेट गुनगुना पानी पीना आपकी पहली आदत होनी चाहिए. ये न सिर्फ आपके पाचन को बेहतर बनाता है, बल्कि पेट की सफाई में भी मदद करता है. आप चाहें तो इसमें नींबू की कुछ बूंदें मिला सकते हैं - ये शरीर से टॉक्सिन्स निकालने और ब्लोटिंग कम करने में सहायक होता है.
रात का समय शरीर के आराम का होता है, न कि पाचन तंत्र पर बोझ डालने का. अधिक मात्रा में या तला-भुना भोजन रात में खाने से गैस बनने की संभावना बढ़ जाती है. कोशिश करें कि डिनर हल्का और जल्दी करें, ताकि भोजन को पचाने के लिए शरीर को पर्याप्त समय मिल सके.
अदरक, पुदीना और मेथी जैसे हर्ब्स पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं और गैस को बाहर निकालने में मदद करते हैं. इनकी हर्बल चाय बनाकर पीने से न केवल गैस से राहत मिलती है बल्कि पेट हल्का और आरामदायक महसूस करता है. खासकर पुदीना में एंटीस्पास्मोडिक गुण होते हैं जो पेट की मांसपेशियों को रिलैक्स करते हैं.
Gentle Abdominal Massage यानी पेट की हल्की-फुल्की मालिश एक असरदार घरेलू उपाय है. पेट पर हल्के हाथों से गोलाई में मसाज करने से गैस बाहर निकलने में मदद मिलती है. नाभि के चारों ओर मसाज करने से ब्लोटिंग में काफी राहत मिल सकती है.
Copyright © 2025 The Samachaar
