आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में आंखें हमारे शरीर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला और सबसे कम देखभाल पाने वाला हिस्सा बन गई हैं. जब तक धुंधला दिखना, आंखों में जलन या चुभन जैसी समस्या सामने न आए, तब तक ज्यादातर लोग इस ओर ध्यान ही नहीं देते. बढ़ता स्क्रीन टाइम, गलत खान-पान और नींद की कमी. ये सब आंखों पर अतिरिक्त दबाव डाल रहे हैं. नतीजा यह है कि कम उम्र में भी मोटे लेंस वाला चश्मा लगाना आम हो गया है. ऐसे में जरूरी है कि हम पहले से ही अपनी आंखों की सेहत को बनाए रखने के लिए कदम उठाएं.
आई स्पेशलिस्ट डॉ. आंचल गुप्ता के मुताबिक, अगर कोई एक चीज है जो आंखों की सेहत को लंबे समय तक बेहतरीन बनाए रख सकती है, तो वह है बीटा कैरोटीन. यह एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर में जाकर विटामिन ए में बदल जाता है. विटामिन ए आंखों के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है, जो न सिर्फ आई साइट को बेहतर रखता है, बल्कि कई गंभीर आंखों की समस्याओं से भी बचाता है.
बीटा कैरोटीन का सबसे अच्छा स्रोत हैं रंग-बिरंगी सब्जियां और फल.
सब्जियां: गाजर, शकरकंद, लाल और हरी शिमला मिर्च, पालक, केल फल: आम, पपीता, तरबूज, खरबूजा, खुबानी
इन फलों और सब्जियों को सलाद, स्मूदी, जूस या पकी हुई डिश के रूप में डाइट में शामिल किया जा सकता है.
डॉ. आंचल के अनुसार, डाइट में बीटा कैरोटीन को शामिल करने के कई फायदे हैं:
आंखों को अंदर से पोषण देता है और दृष्टि को बेहतर बनाता है. नाइट ब्लाइंडनेस से बचाव करता है. रेटिना को नुकसान से बचाता है. ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम करता है, जिससे आंखों की उम्र लंबी होती है. प्रदूषण और उम्र बढ़ने के कारण होने वाले नुकसान को कम करता है.
बीटा कैरोटीन के साथ-साथ आंखों की सेहत बनाए रखने के लिए कुछ और बातें भी जरूरी हैं- जैसे हर 20 मिनट में स्क्रीन से नजर हटाना, पर्याप्त नींद लेना, और आंखों को ज्यादा रगड़ने से बचना.
आंखों की रोशनी बचाना और उन्हें स्वस्थ रखना सिर्फ डॉक्टर के पास जाने का मामला नहीं है, बल्कि रोजाना की डाइट और आदतों में बदलाव से भी संभव है. बीटा कैरोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ आपकी आंखों के लिए प्राकृतिक कवच का काम करते हैं. अगर अभी से ध्यान देंगे, तो आने वाले सालों में चश्मा सिर्फ फैशन के लिए ही पहनना पड़ेगा.
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