भोजपुरी इंडस्ट्री के पावर स्टार पवन सिंह ने हाल ही में अपनी पत्नी ज्योति सिंह के साथ चल रहे विवाद पर पहली बार खुलकर बातचीत की. इस दौरान उन्होंने साफ किया कि उन्हें किसी ने घर आने से नहीं रोका और तलाक का मामला तथा मेंटेनेंस का केस आरा में कोर्ट में चल रहा है.
पवन सिंह ने सवाल उठाया कि आज ज्योति जो अपनापन दिखा रही हैं, वह चुनाव से 1-2 महीने पहले क्यों नहीं दिखाई. उन्होंने दावा किया कि ज्योति के पिता रामबाबू सिंह उनसे मिलने आए और कहा कि उनकी बेटी को विधायक बना दें. पवन सिंह ने कहा कि “कौन चुनाव के लिए इतना गिर सकता है, यह सोच भी नहीं सकता.”
पवन सिंह ने भावुक होते हुए कहा कि वह भी इंसान हैं और कभी-कभी थक जाते हैं. उन्होंने कहा, “महिला की हर बात पर आंसू गिर जाता है, लेकिन मर्द के दर्द को कोई नहीं देखता. जो लोग इस मामले पर मजा ले रहे हैं, उन्हें बताना चाहता हूं कि परिवार की बातें कमरे में होती हैं, कैमरे पर नहीं.”
उन्होंने यह भी कहा कि उनके और ज्योति के बीच का केस तीन-चार साल से चल रहा है और नजदीकी की उम्मीद अभी नहीं है. पवन सिंह ने स्पष्ट किया कि घर की बातें बाहर आने वाली नहीं हैं और इसे सार्वजनिक करना उचित नहीं है.
पवन सिंह ने कहा कि जब ज्योति ने देखा कि उन्होंने बीजेपी चीफ जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और विनोद तावड़े से मुलाकात की, तो यह सोचने लगीं कि वह चुनाव लड़वा सकते हैं. पवन सिंह ने साफ किया कि ऐसा कुछ भी नहीं है और उनका राजनीतिक एजेंडा इससे अलग है.
पवन सिंह का यह बयान न केवल उनके निजी जीवन में चल रही तनावपूर्ण स्थिति को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि वह मीडिया और अफवाहों से प्रभावित नहीं होना चाहते. उन्होंने अपने परिवार और व्यक्तिगत मामलों को सम्मानपूर्वक संभालने की इच्छा जताई.
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