दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर पर दौड़ रही हाई-स्पीड नमो भारत ट्रेन अब सिर्फ तेज और आरामदायक सफर का जरिया ही नहीं रही, बल्कि इसमें यात्रा करना अब और भी जिम्मेदार और सुरक्षित हो गया है. NCRTC ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए गाजियाबाद स्टेशन पर 'लॉस्ट एंड फाउंड सेंटर' की शुरुआत की है, जो अब तक 160 से अधिक गुमशुदा कीमती वस्तुएं उनके असली मालिकों तक पहुंचा चुका है.
कई बार जल्दबाजी या ध्यान भटकने की वजह से यात्री ट्रेन या स्टेशन पर अपना सामान भूल जाते हैं. लेकिन अब उन्हें इसे लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है. NCRTC का ये लॉस्ट एंड फाउंड सिस्टम ये सुनिश्चित करता है कि हर मिली हुई वस्तु को सुरक्षित रखा जाए और सही पहचान के बाद यात्री को सौंप दिया जाए.
लॉस्ट एंड फाउंड सेंटर से अब तक जो वस्तुएं वापस दी जा चुकी हैं, उनमें शामिल हैं- लैपटॉप, मोबाइल फोन, घड़ियां, जरूरी दस्तावेज, मेडिकल रिपोर्ट, पर्स, रॉली बैग, ईयरबड्स, आईपैड, वाहन की चाबियां, किताबें और यहां तक कि कपड़े भी.
ये लिस्ट दिखाती है कि छूटा हुआ कोई भी सामान – चाहे वो छोटा हो या बड़ा – वापस मिलने की पूरी संभावना है.
हर नमो भारत ट्रेन में नियुक्त ट्रेन अटेंडेंट्स लगातार निगरानी रखते हैं. अगर कोई सामान उन्हें बिना मालिक के दिखता है, तो वे उसे तुरंत लॉस्ट एंड फाउंड सेंटर भेजते हैं. NCRTC के अनुसार, इन्हीं अटेंडेंट्स की सतर्कता के चलते यात्रियों को उनका सामान तेजी और सुरक्षा के साथ मिल पा रहा है.
Namo Bharat Connect ऐप के जरिए
ऐप खोलें और लॉस्ट एंड फाउंड सेक्शन पर जाएं. मिली हुई वस्तुओं की सूची देखें. अपनी वस्तु पहचानें, डॉक्यूमेंट अपलोड करें और क्लेम करें.
स्टेशन कंट्रोल रूम में संपर्क करें
ऐप के "स्टेशन सुविधाएं" सेक्शन में कंट्रोल नंबर देखें. सीधे स्टेशन स्टाफ से संपर्क करें.
NCRTC हेल्पलाइन पर कॉल करें
नंबर: 08069651515 कॉल कर सहायता ली जा सकती है.
स्टेशन पर छूटा सामान: 24 घंटे के अंदर उसी स्टेशन से मिलेगा. ट्रेन में छूटा सामान: गाजियाबाद के लॉस्ट एंड फाउंड सेंटर से प्राप्त होगा.
हर दिन लाखों लोग इस हाई-स्पीड ट्रेन से सफर करते हैं और अनजाने में कई बार अपना सामान भूल जाते हैं. NCRTC की इस पहल से यात्रियों में भरोसे और सुरक्षा की भावना मजबूत होती है. अब उन्हें ये सोचने की जरूरत नहीं कि गुम हुआ सामान कभी वापस मिलेगा या नहीं.
देश में पहली बार किसी रैपिड रेल में लॉस्ट एंड फाउंड सेंटर की शुरुआत. डिजिटल ऐप, फिजिकल सेंटर और हेल्पलाइन – तीनों माध्यमों से रिकवरी संभव. यात्रियों को मानसिक शांति और भरोसेमंद सेवा का अनुभव.
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