Earthquake of 3.3 Magnitude: रविवार, 21 दिसंबर को हरियाणा के कुछ हिस्सों में 3.3 तीव्रता का भूकंप आया. ये भूकंप दोपहर 12:13 बजे महसूस किया गया. इसका एपिसेंटर रोहतक में था और भूकंप की गहराई 5 किलोमीटर बताई गई. सौभाग्य से, इस भूकंप में कोई हताहत या नुकसान की खबर नहीं आई.
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, इससे पहले शनिवार, 20 दिसंबर को असम में भी भूकंप आया. असम के डरांग जिले में आया यह भूकंप 3.8 तीव्रता का था और इसकी गहराई भी 5 किलोमीटर थी.
हाल ही में एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई, जिसमें कहा गया कि भारत की लगभग 75 प्रतिशत आबादी उच्च भूकंप क्षेत्र में रहती है. याचिका में कोर्ट से कहा गया कि सरकार को भूकंप से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए कदम उठाने चाहिए. सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों ने याचिकाकर्ता से पूछा, “तो क्या हम सभी लोगों को चांद पर भेज दें?”. याचिकाकर्ता ने जापान में हालिया भूकंप का उदाहरण भी दिया. कोर्ट ने कहा कि ऐसे उपाय सरकार के क्षेत्र में आते हैं और याचिका खारिज कर दी.
कोर्ट ने यह भी कहा कि अखबारों की खबरें अदालत के फैसले का आधार नहीं बन सकतीं और नीति संबंधी मामलों में सरकार ही निर्णय ले सकती है.
धरती के नीचे सात टेक्टोनिक प्लेटें होती हैं. ये प्लेटें लगातार अपने क्षेत्रों में हिलती रहती हैं. कभी-कभी ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं, जिससे रगड़ पैदा होती है और ऊर्जा मुक्त होती है. जब यह ऊर्जा बाहर आती है, तो धरती पर भूकंप का रूप ले लेती है.
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