पाकिस्तान को चेतावनी, भारतीय थल सेनाध्यक्ष ने कहा, ‘अब ऑपरेशन सिंदूर 2.0 में संयम नहीं, भूगोल से मिट सकता है पड़ोसी!”

भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी. ऑपरेशन सिंदूर 2.0 में अब संयम नहीं रहेगा. जानिए सीमावर्ती इलाकों की सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना की तैयारियों का पूरा ब्योरा.

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भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शुक्रवार को श्री गंगानगर के घड़साना स्थित सीमावर्ती क्षेत्र का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने भारतीय सेना और बीएसएफ के अधिकारियों से मुलाकात कर आतंकवाद के खिलाफ तैयारियों का जायजा लिया और पाकिस्तान को कड़े शब्दों में चेतावनी दी.

ऑपरेशन सिंदूर की यादें और सफलता

सेनाध्यक्ष ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर 1.0 के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया और करीब 100 से अधिक पाकिस्तानी जवानों और आतंकियों को ढेर किया गया. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के सबूत पूरी दुनिया को दिखाए गए और इसकी सफलता का श्रेय सेना के जवानों और स्थानीय जनता को जाता है. जनरल द्विवेदी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर हमारी जिंदगी से इस तरह जुड़ गया है कि जब तक हम जीवित रहेंगे, यह हमारे साथ रहेगा.”

उन्होंने यह भी बताया कि ऑपरेशन का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखा था और इसे महिलाओं के सम्मान में समर्पित किया गया. इस बार भारतीय सेना पूरी तैयारी के साथ है और ऑपरेशन सिंदूर 2.0 में अब संयम नहीं रखा जाएगा.

आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हमले

सेनाध्यक्ष ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर 1.0 में भारत ने पाकिस्तान के नौ टारगेट हिट किए, जिनमें सात सेना और दो वायु सेना द्वारा निशाना बनाए गए थे. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस ऑपरेशन में कोई भी निर्दोष नागरिक या मिलिट्री टारगेट नहीं मारा गया, केवल आतंकियों और उनके प्रशिक्षण केंद्रों को ही निशाना बनाया गया.

पाकिस्तान को भूगोल से मिटाने की चेतावनी

जनरल द्विवेदी ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया कि यदि वह आतंकवाद का समर्थन बंद नहीं करता तो भारत की अगली कार्रवाई इतनी निर्णायक होगी कि पाकिस्तान को यह सोचने पर मजबूर होना पड़ेगा कि उसे इतिहास और भूगोल में अपनी जगह बनाए रखनी है या नहीं. उन्होंने सेना के जवानों को भी पूरी तैयारी करने और तत्पर रहने का निर्देश दिया.

सेना के अधिकारियों को सम्मान

कार्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर 1.0 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बीएसएफ के कमांडेंट प्रभाकर सिंह, राजपुताना राइफल्स के मेजर रितेश कुमार और हवलदार मोहित गैरा को सम्मानित किया गया. सेनाध्यक्ष ने कहा कि उनका योगदान भारतीय सेना की ताकत और तैयारी का प्रतीक है.

इस दौरे और चेतावनी ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया कि भारतीय सेना देश की सुरक्षा और सीमाओं की रक्षा के लिए हमेशा तैयार है.