आयुर्वेदिक विज्ञान की एक अनमोल देन तांबे के बर्तन में पानी पीने की परंपरा अब एक बार फिर चर्चा में है. यह आदत न केवल हमारे पूर्वजों की देन है, बल्कि अब साइंटिफिकली भी इसके फायदे साबित हो चुके हैं. कॉपर यानी तांबा अपने एंटीमाइक्रोबियल, हीलिंग और एनर्जी बैलेंसिंग गुणों के लिए जाना जाता है.
तांबे के बर्तन में रखा गया पानी शरीर के लिए एक नेचुरल टॉनिक की तरह काम करता है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने, पाचन सुधारने और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करते हैं.
तांबा स्वाभाविक रूप से एंटीबैक्टीरियल होता है. जब पानी को कुछ घंटों के लिए तांबे के बर्तन में रखा जाता है, तो वह बैक्टीरिया, वायरस और फंगस जैसे हानिकारक सूक्ष्म जीवों को खत्म कर सकता है. यह पानी को नेचुरल तरीके से प्योरिफाई करता है.
तांबे से भरे पानी का सेवन पाचन एंजाइम्स को एक्टिव करता है. इससे खाना बेहतर तरीके से पचता है और शरीर जरूरी पोषक तत्वों को बेहतर ढंग से अवशोषित कर पाता है. यह कब्ज और गैस की समस्या में भी राहत देता है.
तांबे में मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज शरीर के जोड़ों और मसल्स में सूजन को कम करती हैं. इसके नियमित सेवन से शरीर में अकड़न, सूजन और थकान जैसी समस्याएं दूर हो सकती हैं.
तांबा शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं (WBC) की संख्या बढ़ाने में मदद करता है, जो हमें बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाती हैं. इससे शरीर का डिफेंस सिस्टम मजबूत होता है.
कॉपर वॉटर शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने में मदद करता है. साथ ही, यह मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और पूरे दिन आपको एनर्जेटिक बनाए रखता है.
रात में तांबे के बर्तन में पानी भरकर रखें और सुबह खाली पेट पिएं. इस सिंपल आदत से आपकी सेहत पर बड़ा असर पड़ेगा. तांबे का पानी एक नेचुरल हेल्थ बूस्टर है. इसे अपनी डेली रूटीन में शामिल करें और एक हेल्दी और बैलेंस्ड लाइफस्टाइल की ओर पहला कदम बढ़ाएं.
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