भारत में फलों की वैरायटी दुनिया में सबसे अधिक मानी जाती है और इन्हीं में से एक है शहतूत जिसे अंग्रेजी में Mulberry कहते हैं. दिखने में यह फल अंगूर के गुच्छों जैसा होता है लेकिन उसका आकार छोटा होता है. न इसमें बीज होते हैं, न छिलका. यह फल आमतौर पर रेशम उत्पादन के लिए उगाए जाते हैं, लेकिन इसके फायदे जानकर आप इसे अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करना चाहेंगे.
उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत और कश्मीर तक, शहतूत आसानी से मिल जाता है. इसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है और यह सेहत के लिए बहुत लाभकारी है. इसमें विटामिन्स, मिनरल्स और कई ज़रूरी एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.
शहतूत में विटामिन C, K, आयरन, कैल्शियम और पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है. इसके अलावा यह फल डायटरी फाइबर और फ्लेवेनॉइड्स से भी भरपूर होता है, जो शरीर के लिए अत्यंत फायदेमंद हैं.
विटामिन C की भरपूर मौजूदगी के कारण शहतूत प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है. यह वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शनों से लड़ने में मदद करता है और मौसम बदलने के दौरान भी बीमारियों से बचाता है. शरीर में आयरन की कमी (एनीमिया) को दूर करने के लिए शहतूत बेहद कारगर है. इसका नियमित सेवन शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाता है.
शहतूत में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स को खत्म करते हैं, जिससे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम होता है और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा घटता है. शहतूत में मौजूद डीएनजे (DNJ) नाम का कंपाउंड ऐसे एंजाइम्स को एक्टिव करता है जो कार्बोहाइड्रेट को धीरे-धीरे तोड़ते हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है.
शहतूत का सेवन गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाता है और बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है. इसमें मौजूद फाइबर पेट को साफ रखने और कब्ज जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करता है. यह आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है.
शहतूत एक ऐसा फल है जो स्वाद और सेहत दोनों के लिए फायदेमंद है. इसे कच्चा खाएं, जूस बनाएं या शेक में मिलाएं—हर रूप में यह शरीर को लाभ देता है. अगर आप एक ऐसा फल चाहते हैं जो पोषण के साथ-साथ बीमारियों से भी बचाए, तो शहतूत को अपनी डाइट का हिस्सा जरूर बनाएं.
(Disclaimer: यह स्टोरी सामान्य जानकारियों पर आधारित है. किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या में विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.)
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