पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार महान शहीदों के बताए रास्ते पर चल रही है और राज्य के विकास के साथ-साथ आम लोगों, खासकर गरीब और कमजोर वर्ग की भलाई के लिए काम कर रही है।
उन्होंने यह बात शहीद भगत सिंह ढढोगल की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि पंजाब की धरती हमेशा गुरुओं, संतों और शहीदों की कृपा से धन्य रही है। यहां के लोग मेहनती हैं और उन्होंने हर क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। पंजाब की मिट्टी में नफरत का बीज कभी नहीं पनप सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज़ादी के 75 साल बाद भी उसका पूरा फायदा हर घर तक नहीं पहुंचा, क्योंकि पहले की सरकारों ने इसका सही इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले के नेता सत्ता का दुरुपयोग करते रहे, नशे को बढ़ावा दिया, भ्रष्टाचार किया और लोगों का धन लूटकर बड़े-बड़े महल बनाए। इन नेताओं ने जनता से दूरी बना ली, इसलिए जनता ने भी उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों की वजह से राज्य के कई युवा विदेश जाने को मजबूर हुए, यहां तक कि उन्हें उन देशों में काम करना पड़ा जिन्हें हमारे शहीदों ने कभी देश से निकाला था।
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर पंजाब सरकार बड़े पैमाने पर कार्यक्रम करेगी और उन गांवों-कस्बों का विकास करेगी जिनका गुरु जी से संबंध रहा है।
उन्होंने नशे के कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात दोहराई और कहा कि उनकी सरकार ने बड़े नेताओं को भी जेल भेजा है जो नशे का कारोबार करते थे।
पानी बचाने के प्रयासों पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि पहले सिर्फ 21% कृषि भूमि को नहरी पानी मिलता था, जो अब 63% तक पहुंच गया है। अब टेल एरिया के गांवों तक भी नदी और नहर का पानी पहुंच रहा है।
कार्यक्रम में उन्होंने शहीद भगत सिंह ढढोगल को श्रद्धांजलि दी और उनके संघर्ष की कहानी बताई—कैसे उन्होंने अकाली आंदोलन में हिस्सा लिया, 10 साल जेल की सज़ा काटी, गुरुद्वारा सुधार आंदोलन में भाग लिया और रियासती परजा मंडल के संस्थापक बने।
अंत में मुख्यमंत्री ने बताया कि लगभग 17 करोड़ 21 लाख रुपये की लागत से दो नई सड़कों का निर्माण होगा, जो कई गांवों को जोड़ेगी। ये सड़कें 18 फुट चौड़ी होंगी और पांच साल तक ठेकेदार इनके रखरखाव की जिम्मेदारी भी संभालेगा।
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