सरकार ने सिविल डिफेंस एक्ट 1968 के सेक्शन 19 के तहत ऐसा ऑपरेशन प्लान किया है, जो पूरी राज्य की रफ्तार थाम देगा. नाम है - ऑपरेशन शील्ड, शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक, पंजाब के अलग-अलग ज़िलों में अचानक सायरन बजेंगे, बिजली गुल होगी और सड़कें थम जाएंगी.
यह कोई फिल्मी सीन नहीं, बल्कि हकीकत है - एक देशव्यापी ब्लैकआउट मॉक ड्रिल, ये एक्सरसाइज वॉर-लेवल तैयारियों की एक झलक है, जिसमें आम नागरिक, पुलिस, सेना और मेडिकल टीमें मिलकर एक फुल स्केल रिहर्सल करेंगी.
अमृतसर- शाम 6:00–6:30 बजे और रात 8:00–8:30 बजे गुरदासपुर -रात 8:00–8:30 बजे फिरोज़पुर- शाम 6:00–6:30 बजे सायरन, 9:00–9:30 बजे ब्लैकआउट जालंधर- रात 9:30–10:00 बजे मोगा - रात 8:00 बजे बरनाला रात 8:30–9:00 बजे कपूरथला- फगवाड़ा रात 9:30–10:00 बजे मोहाली (डेराबस्सी)- शाम 6:00 बजे चंडीगढ़ (I.T. पार्क, किशनगढ़)- रात 8:00–8:10 बजे.
दुश्मन ड्रोन अटैक का सिमुलेशन
ब्लड डोनेशन, इमरजेंसी मेडिकल टीम्स की तैनाती
आम नागरिकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाने की मॉक प्रैक्टिस
होम गार्ड्स, वॉलंटियर्स, सिविल डिफेंस, और आर्मी की जॉइंट ऐक्शन ड्रिल
सायरन बजते ही लाइट बंद करना अनिवार्य, सड़क पर गाड़ी हो तो साइड में रोककर हेडलाइट बंद करें
क्यों किया जा रहा है ऑपरेशन 'शील्ड'?
ये सिर्फ एक अभ्यास नहीं, बल्कि एक अलर्ट है – युद्ध जैसे हालात में नागरिकों और सिस्टम की तैयारियों को परखने का. भारत की पश्चिमी सीमा पर बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों के बीच, ये मॉक ड्रिल हर जिले में आपसी समन्वय, समयबद्ध रिएक्शन और इमरजेंसी सर्विस की क्षमता को टेस्ट करेगी.
किसी भी अफवाह से बचें, ये सिर्फ अभ्यास है
सायरन सुनते ही सतर्क हो जाएं, और सुरक्षा नियमों का पालन करें.
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