देहरादून में बादल फटा, कई दुकानें बह गईं और 2 लोग लापता

देहरादून में मंगलवार तड़के भारी बारिश के कारण बादल फटने से तबाही मच गई। कई मकान, कारें और दुकानें बह गईं, जबकि 2 लोग लापता हो गए।

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देहरादून में मंगलवार तड़के भारी बारिश के कारण बादल फट गया। इस घटना से कई मकान टूट गए, कारें और दुकानें बह गईं। सबसे बड़ी चिंता यह है कि दो लोग अब भी लापता हैं। राहत और बचाव टीम लगातार उनकी तलाश में जुटी हुई है।

प्रशासन की त्वरित कार्रवाई

घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी सविन बंसल, एसडीएम कुमकुम जोशी और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने नुकसान का जायजा लिया और अधिकारियों को लापता लोगों को जल्द ढूंढने और राहत कार्य तेज करने के आदेश दिए।

बचाव कार्य और बंद हुए स्कूल

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीडब्ल्यूडी की टीम बुलडोजर लेकर घटनास्थल पर काम कर रही हैं। सुरक्षा के मद्देनज़र जिला प्रशासन ने आदेश जारी किया कि कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल फिलहाल बंद रहेंगे।

मुख्यमंत्री धामी की प्रतिक्रिया

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वे लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं और प्रशासन के संपर्क में हैं। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि सहस्त्रधारा इलाके में दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं और राहत-बचाव कार्य तेजी से चल रहा है।

ऋषिकेश और पिथौरागढ़ में भी असर

देहरादून के बाद ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी उफान पर आ गई। नदी का पानी हाईवे पर आने से तीन लोग फंस गए थे, जिन्हें एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित निकाल लिया। वहीं, पिथौरागढ़ जिले में भारी भूस्खलन हुआ जिससे सड़क संपर्क टूट गया और यातायात प्रभावित हो गया।

मानसून में तबाही का आंकड़ा

इस साल अप्रैल से अब तक उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं के कारण 85 लोगों की मौत हो चुकी है, 128 लोग घायल हुए और 94 लोग लापता हैं। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पौरी, बागेश्वर और नैनीताल जैसे कई जिले बुरी तरह प्रभावित हैं।

पीएम मोदी की राहत घोषणा

11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड का दौरा किया और राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने राज्य के लिए 1,200 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता का ऐलान किया। साथ ही मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की।

पीएम मोदी ने अनाथ बच्चों के लिए पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत विशेष मदद का भी ऐलान किया। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्वयंसेवकों से मुलाकात कर उनके काम की सराहना की।