इज़राइल ने शुक्रवार को ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ लॉन्च करते हुए ईरान की राजधानी तेहरान और उसके आसपास के इलाकों में तेल और परमाणु प्रतिष्ठानों पर जबरदस्त हवाई हमले किए. ईरान ने पुष्टि की है कि हमला शाहरान ऑयल डिपो पर हुआ, जिससे भीषण आग लग गई. साथ ही तेहरान के पास एक ऑयल रिफाइनरी भी हमले की चपेट में आई.
सबसे बड़ा झटका तब लगा जब दुनिया का सबसे बड़ा गैस फील्ड साउथ पार्स भी निशाना बना. इज़राइल के मिसाइल हमले से वहां आग लगी, जिससे गैस उत्पादन आंशिक रूप से बंद करना पड़ा.
इज़राइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी दी कि “हमने तेहरान में ईरानी शासन के न्यूक्लियर वेपन प्रोजेक्ट से जुड़े कई महत्वपूर्ण ठिकानों को तबाह किया है. इसमें ईरानी रक्षा मंत्रालय का मुख्यालय, SPND न्यूक्लियर प्रोजेक्ट का बेस और वो स्थान भी शामिल हैं जहां ईरान अपने न्यूक्लियर आर्काइव को छिपा रहा था.
इसके जवाब में ईरान ने ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3’ नाम से पलटवार किया। ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने दावा किया कि उनके ड्रोन और मिसाइलों ने इज़राइल के ऊर्जा तंत्र और फाइटर जेट्स के लिए ईंधन उत्पादन स्थलों को निशाना बनाया, यरुशलम और तेल अवीव में एयर सायरन गूंज उठे. ईरानी हमलों में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक 10 साल का बच्चा और एक महिला शामिल हैं. 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
इज़राइल ने दावा किया कि उसके जवाबी हमलों में ईरान के शीर्ष सैन्य जनरल, न्यूक्लियर वैज्ञानिक और कई उच्च पदस्थ अधिकारी मारे गए हैं. इस बीच तेल अवीव इंटरनेशनल एयरपोर्ट और इज़राइल की हवाई सीमा लगातार तीसरे दिन भी बंद रही. अमेरिका-ईरान के बीच होने वाली परमाणु बातचीत जो रविवार को ओमान में प्रस्तावित थी, उसे ईरान ने रद्द कर दिया। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने कहा, “जब देश पर हमला हो रहा है, उस समय बातचीत संभव नहीं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी दी, “अगर ईरान ने अमेरिका पर हमला किया, तो हमारी पूरी ताकत ऐसे बरसेगी जैसी आज तक कभी नहीं देखी गई। हालांकि हम चाहें तो ईरान और इज़राइल के बीच यह खूनी संघर्ष रोक सकते हैं और एक डील करा सकते हैं. ईरान के UN राजदूत ने कहा कि अब तक उनके देश में 78 लोगों की मौत हो चुकी है और 320 से ज्यादा घायल हैं
Copyright © 2025 The Samachaar
