PM Vishwakarma Yojana : भारत सरकार समय-समय पर ऐसी योजनाएं लाती है, जिनका उद्देश्य जरूरतमंद और समाज के विशेष वर्गों को आर्थिक और तकनीकी सहायता प्रदान करना होता है. इन्हीं में से एक है प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, जो वर्ष 2023 में शुरू की गई थी. यह योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए है, जो पारंपरिक रूप से हस्तशिल्प और कारीगरी के काम से जुड़े हैं. लेकिन इस योजना का लाभ उठाने के लिए पात्रता शर्तों को जानना बेहद जरूरी है.
योजना में आवेदन वही लोग कर सकते हैं जो पीढ़ियों से कारीगरी या हस्तशिल्प कार्य से जुड़े हैं. इसमें निम्नलिखित पेशे शामिल हैं:
टोकरी, चटाई और झाड़ू बनाने वाले. अस्त्रकार, नाव निर्माता और पत्थर तोड़ने वाले. मूर्तिकार और सुनार. नाई, मालाकार और धोबी. दर्जी और गुड़िया-खिलौना निर्माता. मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले. मोची, लोहार, ताला निर्माता और राजमिस्त्री.
अगर आप इन पेशों से जुड़े हैं, तो योजना के लिए योग्य हैं. अन्य व्यवसायों के लोग इस योजना का लाभ नहीं उठा सकत. आवेदन से पहले पात्रता लिस्ट चेक करना जरूरी है, वरना आवेदन अस्वीकृत हो सकता है.
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना सिर्फ आर्थिक मदद ही नहीं देती, बल्कि कारीगरों को तकनीकी रूप से सशक्त भी बनाती है.
ट्रेनिंग के दौरान भत्ता: हर दिन ₹500 स्टाइपेंड. टूलकिट सहायता: ₹15,000 की सहायता राशि.
पहला चरण – ₹1 लाख तक का लोन दूसरा चरण – ₹2 लाख तक का लोन
ऑनलाइन आवेदन के लिए [pmvishwakarma.gov.in](https://pmvishwakarma.gov.in) वेबसाइट पर जाएं.
1. रजिस्ट्रेशन: जरूरी डिटेल भरें. 2. लॉगिन: रजिस्टर करने के बाद लॉगिन करें. 3. आवेदन प्रक्रिया पूरी करें. सभी चरण पूरे करने के बाद आपका रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाएगा.
अगर आप डिजिटल प्रक्रिया से सहज नहीं हैं, तो नजदीकी CSC सेंटर पर जाएं. वहां अधिकारी आपकी पात्रता जांचेंगे और आवेदन प्रक्रिया पूरी करेंगे।.
नोट: आवेदन करने से पहले पात्रता की पूरी जानकारी लें, ताकि आवेदन रिजेक्ट न हो.
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